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आदित्य चौधरी (चर्चा | योगदान) |
आदित्य चौधरी (चर्चा | योगदान) |
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| width="48" valign="top" height="115" bgcolor="#ffddcc" | Ι. ऋग्वेद | | width="48" valign="top" height="115" bgcolor="#ffddcc" | Ι. ऋग्वेद | ||
| width="136" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | <br> | | width="136" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | <br> | ||
− | | width=" | + | | width="150" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
− | | width="220" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | शाकल शाखा | + | *ऋग्वेद मन्त्र-संहिता |
− | | width="252" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | ऐतरेय ब्राह्मण | + | |
− | | width="149" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | ऐतरेय आरण्यक कौषीतकि आरण्यक | + | | width="220" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
+ | *शाकल शाखा | ||
+ | |||
+ | | width="252" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | | ||
+ | *ऐतरेय ब्राह्मण | ||
+ | *कौषीतकि ब्राह्मण | ||
+ | |||
+ | | width="149" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | | ||
+ | *ऐतरेय आरण्यक कौषीतकि आरण्यक | ||
+ | |||
| width="241" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | | | width="241" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | | ||
− | ऐतरेय उपनिषद | + | *ऐतरेय उपनिषद |
+ | *आत्मबोध उपनिषद | ||
+ | *कौषीतकि उपनिषद | ||
+ | *निर्वाण उपनिषद | ||
+ | *सौभाग्यलक्ष्मी उपनिषद | ||
+ | *अक्षमालिक उपनिषद | ||
+ | *भवऋचा उपनिषद | ||
+ | *मुदगल उपनिषद | ||
+ | *त्रिपुरा उपनिषद<br> | ||
− | + | | width="160" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | | |
+ | *आश्वलायन श्रौतसूत्र | ||
+ | *शांखायन श्रौतसूत्र | ||
+ | *आश्वलायन गृह्यसूत्र | ||
+ | *शांखायन गृह्यसूत्र | ||
+ | *वसिष्ठ धर्मसूत्र | ||
− | |||
| width="260" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | | | width="260" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | | ||
− | शांखायन प्रातिशाख्य | + | *शांखायन प्रातिशाख्य |
+ | *बृहद प्रातिशाख्य | ||
+ | *आर्षानुक्रमणिका | ||
+ | *आश्वलायन प्रातिशाख्य | ||
+ | *छन्दोनुक्रमणिका | ||
+ | *ऋग्प्रातिशाख्य | ||
+ | *देवतानुक्रमणिका | ||
+ | *सर्वानुक्रमणिका | ||
+ | *अनुवाकानुक्रमणिका | ||
+ | *बृहद्वातानुक्रमणिका | ||
+ | *ऋग् विज्ञान | ||
|- | |- | ||
| width="48" height="693" bgcolor="#dcdcba" rowspan="2" | ΙΙ. यजुर्वेद | | width="48" height="693" bgcolor="#dcdcba" rowspan="2" | ΙΙ. यजुर्वेद | ||
| width="136" valign="top" height="114" bgcolor="#dcdcba" | अ.शुक्लजयुर्वेद | | width="136" valign="top" height="114" bgcolor="#dcdcba" | अ.शुक्लजयुर्वेद | ||
− | | width="128" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | यजुर्वेद मन्त्र- संहिता | + | | width="128" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | |
− | | width="220" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | काण्व | + | *यजुर्वेद मन्त्र- संहिता |
− | | width="252" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | शतपथब्राह्मण या काण्वब्राह्मण | + | |
+ | | width="220" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | | ||
+ | *काण्व | ||
+ | *माध्यन्दिन | ||
+ | |||
+ | | width="252" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | | ||
+ | *शतपथब्राह्मण या काण्वब्राह्मण | ||
+ | *शतपथ (माध्यन्दिन) ब्राह्मण | ||
+ | |||
| width="149" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | <br> | | width="149" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | <br> | ||
− | | width="241" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | अध्यात्म | + | | width="241" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | |
− | | width="160" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | कात्यायन श्रोतसूत्र | + | *अध्यात्म |
− | | width="260" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | कात्यायन शुल्वसूत्र | + | *आद्यैतारक |
+ | *भिक्षु | ||
+ | *बृहदारण्यक | ||
+ | *ईशावस्य | ||
+ | *हंस | ||
+ | *जाबाल | ||
+ | *मंडल ब्राह्मण | ||
+ | *मंत्रिका | ||
+ | *मुक्तिका | ||
+ | *निरालम्बा | ||
+ | *पैंगल | ||
+ | *परमहंस | ||
+ | *सत्यायनी | ||
+ | *सुबाला | ||
+ | *तारासार | ||
+ | *त्रिशिखिब्राह्मण | ||
+ | *तूरीयातीतयाज्ञवल्क्य | ||
+ | |||
+ | | width="160" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | | ||
+ | *कात्यायन श्रोतसूत्र | ||
+ | *पारस्कर श्रौतसूत्र | ||
+ | *विष्णु धर्मसूत्र | ||
+ | *पारस्कर गृह्यसूत्र | ||
+ | |||
+ | | width="260" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | | ||
+ | *कात्यायन शुल्वसूत्र | ||
+ | *कात्यायनुक्रमणिका | ||
+ | *वाजसनेयि प्रातिशाख्य | ||
+ | |||
|- | |- | ||
| width="136" valign="top" height="328" bgcolor="#dcdcba" | ब. कृष्णयजुर्वेद | | width="136" valign="top" height="328" bgcolor="#dcdcba" | ब. कृष्णयजुर्वेद | ||
| width="128" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | <br> | | width="128" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | <br> | ||
− | | width="220" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | तैत्तिरीय | + | | width="220" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | |
− | | width="252" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | तैत्तिरीय ब्राह्मण | + | *तैत्तिरीय |
− | | width="149" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | तैत्तिरीय आरण्यक | + | *मैत्रायणी |
− | | width="241" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | अक्षि | + | *कठ |
− | | width="160" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | आपस्तम्ब श्रौतसूत्र | + | *कपिष्ठल |
− | | width="260" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | तैत्तिरीय प्रातिशाख्य | + | *श्वेताश्वतर |
+ | |||
+ | | width="252" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | | ||
+ | *तैत्तिरीय ब्राह्मण | ||
+ | *मध्यवर्ती ब्राह्मण | ||
+ | |||
+ | | width="149" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | | ||
+ | *तैत्तिरीय आरण्यक | ||
+ | *कठ आरण्यक | ||
+ | *मैत्रायणीय आरण्यक | ||
+ | |||
+ | | width="241" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | | ||
+ | *अक्षि | ||
+ | *अमृतबिन्दु | ||
+ | *अमृतनाद | ||
+ | *अवधूत | ||
+ | *ब्रह्म | ||
+ | *ब्रह्मविद्या | ||
+ | *दक्षिणामूर्त | ||
+ | *ध्यानबिन्दू | ||
+ | *एकाक्षर | ||
+ | *गर्भ | ||
+ | *कैवल्य | ||
+ | *कालाग्निरुद्र | ||
+ | *कर | ||
+ | *कठ | ||
+ | *क्षुरिकोपनिषद | ||
+ | *नारायणो | ||
+ | *पंचब्रह्म | ||
+ | *प्राणाग्निहोत्र | ||
+ | *रुद्रहृदय | ||
+ | *सरस्वतीरहस्य | ||
+ | *सर्वासार | ||
+ | *शारीरिकोपनिषद | ||
+ | *स्कन्द | ||
+ | *शुकरहस्य | ||
+ | *श्वेताश्वतरोपनिषद | ||
+ | *तैत्तिरीयोपनिषद | ||
+ | *तेजोबिन्दु | ||
+ | *वराहोपनिषद | ||
+ | *योगकुण्डलिनी | ||
+ | *योगशिखा | ||
+ | *योगतत्त्व | ||
+ | *कलिसंतरणोपनिषद | ||
+ | |||
+ | | width="160" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | | ||
+ | *आपस्तम्ब श्रौतसूत्र | ||
+ | *आपस्तम्बगृह्यसूत्र | ||
+ | *हिरण्यकेशीय श्रौतसूत्र | ||
+ | *बौधायन गृह्यसूत्र | ||
+ | *बौधायन श्रौतसूत्र | ||
+ | *वैखानस गृह्यसूत्र | ||
+ | *भरद्वज श्रौतसूत्र | ||
+ | *हिरण्यकेशीय गृह्यसूत्र | ||
+ | *वैखानस श्रौतसूत्र | ||
+ | *मानव धर्म-सूत्र | ||
+ | *बाधूल श्रौतसूत्र | ||
+ | *काठक धर्मसूत्र | ||
+ | *आपस्तम्व धर्मसूत्र | ||
+ | *वराह श्रौतसूत्र | ||
+ | *बौधायन धर्मसूत्र | ||
+ | *मानव गृह्यसूत्र | ||
+ | *वैखानस धर्मसूत्र | ||
+ | *काठक गृह्यसूत्र | ||
+ | *हिरण्यकेशीय धर्मसूत्र | ||
+ | |||
+ | | width="260" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | | ||
+ | *तैत्तिरीय प्रातिशाख्य | ||
+ | |||
|- bgcolor="#ebd7ff" | |- bgcolor="#ebd7ff" | ||
| width="48" height="185" | ΙΙΙ. सामवेद | | width="48" height="185" | ΙΙΙ. सामवेद | ||
| width="136" | <br> | | width="136" | <br> | ||
− | | width="128" valign="top" | सामवेद मन्त्र-संहिता | + | | width="128" valign="top" | |
− | | width="220" valign="top" | कौथुमी | + | *सामवेद मन्त्र-संहिता |
− | | width="252" valign="top" | ताण्ड्य ब्राह्मण | + | |
− | | width="149" valign="top" | तलवकार आरण्यक | + | | width="220" valign="top" | |
− | | width="241" valign="top" | आरुणि उपनिषद | + | *कौथुमी |
− | | width="160" valign="top" | मसकसूत्र | + | *जैमिनीय |
+ | *राणायनीय | ||
+ | |||
+ | | width="252" valign="top" | | ||
+ | *ताण्ड्य ब्राह्मण | ||
+ | *षडविश ब्राह्मण | ||
+ | *सामविधान ब्राह्मण | ||
+ | *आर्षेय ब्राह्मण | ||
+ | *मंत्र ब्राह्मण | ||
+ | *देवताध्यानम् ब्राह्मण | ||
+ | *वंश ब्राह्मण | ||
+ | *संहितोपनिषद ब्राह्मण | ||
+ | *जैमिनीय ब्राह्मण | ||
+ | *जैमिनीय उपनिषद ब्राह्मण | ||
+ | |||
+ | | width="149" valign="top" | | ||
+ | *तलवकार आरण्यक | ||
+ | |||
+ | | width="241" valign="top" | | ||
+ | *आरुणि उपनिषद | ||
+ | *दर्शनोपनिषद | ||
+ | *जाबालदर्शनोपनिषद | ||
+ | *जाबालि उपनिषद | ||
+ | *केनोपनिषद | ||
+ | *महात्संन्यासोपनिषद | ||
+ | *मैत्रेयीउपनिषद | ||
+ | *मैत्रायणी उपनिषद | ||
+ | *अव्यक्तोपनिषद | ||
+ | *छान्दोग्योपनिषद | ||
+ | *रुद्राक्षजाबालोपनिषद | ||
+ | *सावित्र्योपनिषद | ||
+ | *वज्रसूचिकोपनिषद | ||
+ | *वासुदेवोपनिषद | ||
+ | *चूड़ामणि उपनिषद | ||
+ | |||
+ | | width="160" valign="top" | | ||
+ | *मसकसूत्र | ||
+ | *लाट्यायन सूत्र | ||
+ | *खदिर श्रौतसूत्र | ||
+ | *जैमिनीय गृह्यसूत्र | ||
+ | *गोभिल गृह्यसूत्र | ||
+ | *खदिर गृह्यसूत्र | ||
+ | *गौतम धर्मसूत्र | ||
+ | *द्राह्यायण गृह्यसूत्र | ||
+ | *द्राह्यायण धर्मसूत्र | ||
+ | |||
| width="260" valign="top" | <br> | | width="260" valign="top" | <br> | ||
|- | |- | ||
| width="48" height="222" bgcolor="#cbe4e4" | ΙV. अथर्ववेद | | width="48" height="222" bgcolor="#cbe4e4" | ΙV. अथर्ववेद | ||
| width="136" bgcolor="#cbe4e4" | <br> | | width="136" bgcolor="#cbe4e4" | <br> | ||
− | | width="128" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | अथर्ववेद मन्त्र-संहिता | + | | width="128" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | |
− | | width="220" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | पैप्पलाद | + | *अथर्ववेद मन्त्र-संहिता |
− | | width="252" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | गोपथ ब्राह्मण | + | |
+ | | width="220" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | | ||
+ | *पैप्पलाद | ||
+ | *शौनकीय | ||
+ | |||
+ | | width="252" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | | ||
+ | *गोपथ ब्राह्मण | ||
+ | |||
| width="149" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | <br> | | width="149" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | <br> | ||
− | | width="241" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | अन्नपूर्णा | + | | width="241" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | |
− | | width="160" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | वैतान श्रौतसूत्र | + | *अन्नपूर्णा |
− | | width="260" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | शौनकीया चतुर्ध्यापिका | + | *अथर्वशिरा |
+ | *अथर्वशिखा | ||
+ | *आत्मोपनिरूषद | ||
+ | *भावनोपनिषद | ||
+ | *भस्मोपनिषद | ||
+ | *बृहज्जाबालोपनिषद | ||
+ | *देवी | ||
+ | *दत्तात्रेय | ||
+ | *गणपति | ||
+ | *गरुडोपनिषद | ||
+ | *गोपालतापनी | ||
+ | *ह्यग्रीव | ||
+ | *कृष्ण | ||
+ | *महानारायण | ||
+ | *माण्ड्क्य | ||
+ | *महावाक्य | ||
+ | *मुण्डकोपनिषद | ||
+ | *नारदपरिक्रजक | ||
+ | *नृसिंहतापनी | ||
+ | *परब्रह्म | ||
+ | *परमहंस परिव्राजक | ||
+ | *पशुपत | ||
+ | *रामतापनीय | ||
+ | *शाण्डिल्य | ||
+ | *शरभ | ||
+ | *सूर्य | ||
+ | *सीता | ||
+ | *राम-रहस्य | ||
+ | *त्रिपुरातापिन्युपनिषद | ||
+ | |||
+ | | width="160" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | | ||
+ | *वैतान श्रौतसूत्र | ||
+ | *कौशिक गृह्यसूत्र | ||
+ | *वराह गृह्यसूत्र | ||
+ | *वैखानस गृह्यसूत्र | ||
+ | |||
+ | | width="260" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | | ||
+ | *शौनकीया चतुर्ध्यापिका | ||
+ | |||
|} | |} | ||
+ | |||
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१५:०७, १५ फ़रवरी २०१० का अवतरण
1.मंत्र-संहिता (कुल 4) |
2. शाखा (कुल 1131, 13 उपलब्ध) |
3. ब्राह्मण-ग्रन्थ (कुल 1131, उपलब्ध 14) |
4. आरण्यक (उपलब्ध 6) |
5. उपनिषद (कुल 1131, उपलब्ध 108) |
6. सूत्र-ग्रन्थ (उपलब्ध 43) |
7. प्रातिसाख्य एवं अनुक्रमणिका (उपलब्ध 16) | ||
Ι. ऋग्वेद |
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ΙΙ. यजुर्वेद | अ.शुक्लजयुर्वेद |
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ब. कृष्णयजुर्वेद |
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ΙΙΙ. सामवेद |
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ΙV. अथर्ववेद |
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