"lab:Ashwani" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
अश्वनी भाटिया (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
− | {| width="90%" cellspacing="0" cellpadding="3" | + | {| width="90%" cellspacing="0" cellpadding="3" align="left" border="1" style="font-size: 12px;" |
|- | |- | ||
| valign="middle" height="44" bgcolor="#ffe4ca" align="center" colspan="2" | वेद<br> | | valign="middle" height="44" bgcolor="#ffe4ca" align="center" colspan="2" | वेद<br> | ||
पंक्ति १०: | पंक्ति १०: | ||
| width="260" valign="top" bgcolor="#ffe4ca" | 7. प्रातिसाख्य एवं अनुक्रमणिका <br>(उपलब्ध 16) | | width="260" valign="top" bgcolor="#ffe4ca" | 7. प्रातिसाख्य एवं अनुक्रमणिका <br>(उपलब्ध 16) | ||
|- | |- | ||
− | | width=" | + | | width="5%" valign="middle" height="115" bgcolor="#ffddcc" align="center" | ऋ<br>ग्वे<br>द |
− | | width=" | + | | width="7%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | <br> |
− | | width=" | + | | width="10%" valign="middle" bgcolor="#ffddcc" align="center" | ऋग्वेद <br>मन्त्र-संहिता <br> |
| width="220" valign="top" bgcolor="#ffddcc" align="left" | | | width="220" valign="top" bgcolor="#ffddcc" align="left" | | ||
*शाकल शाखा | *शाकल शाखा | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
− | *ऐतरेय | + | *ऐतरेय ब्राह्मण |
− | *कौषीतकि | + | *कौषीतकि ब्राह्मण |
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*ऐतरेय आरण्यक | *ऐतरेय आरण्यक | ||
*कौषीतकि आरण्यक | *कौषीतकि आरण्यक | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*ऐतरेय उपनिषद | *ऐतरेय उपनिषद | ||
*आत्मबोध उपनिषद | *आत्मबोध उपनिषद | ||
पंक्ति ३५: | पंक्ति ३५: | ||
*त्रिपुरा उपनिषद<br> | *त्रिपुरा उपनिषद<br> | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*आश्वलायन श्रौतसूत्र | *आश्वलायन श्रौतसूत्र | ||
*शांखायन श्रौतसूत्र | *शांखायन श्रौतसूत्र | ||
*आश्वलायन गृह्यसूत्र | *आश्वलायन गृह्यसूत्र | ||
− | *शांखायन | + | *शांखायन गृह्यसूत्र |
*वसिष्ठ धर्मसूत्र | *वसिष्ठ धर्मसूत्र | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*शांखायन प्रातिशाख्य | *शांखायन प्रातिशाख्य | ||
*बृहद प्रातिशाख्य | *बृहद प्रातिशाख्य | ||
पंक्ति ५२: | पंक्ति ५२: | ||
*सर्वानुक्रमणिका | *सर्वानुक्रमणिका | ||
*अनुवाकानुक्रमणिका | *अनुवाकानुक्रमणिका | ||
− | * | + | *बृहद्वातानुक्रमणिका |
*ऋग् विज्ञान | *ऋग् विज्ञान | ||
|- | |- | ||
− | | width=" | + | | width="5%" valign="middle" height="115" bgcolor="#ffddcc" align="center" | य<br>जु<br>र्वे<br>द |
− | | width=" | + | | width="7%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | शुक्ल<br>यजुर्वेद |
− | | width=" | + | | width="10%" valign="middle" bgcolor="#ffddcc" align="center" | यजुर्वेद <br>मन्त्र- संहिता <br> |
| width="220" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | | | width="220" valign="top" bgcolor="#dcdcba" | | ||
*काण्व | *काण्व | ||
*माध्यन्दिन | *माध्यन्दिन | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
− | *शतपथब्राह्मण या | + | *शतपथब्राह्मण या काण्वब्राह्मण |
*शतपथ (माध्यन्दिन) ब्राह्मण | *शतपथ (माध्यन्दिन) ब्राह्मण | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | <br> |
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*अध्यात्म | *अध्यात्म | ||
*आद्यैतारक | *आद्यैतारक | ||
पंक्ति ८८: | पंक्ति ८८: | ||
*तूरीयातीतयाज्ञवल्क्य | *तूरीयातीतयाज्ञवल्क्य | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*कात्यायन श्रोतसूत्र | *कात्यायन श्रोतसूत्र | ||
*पारस्कर श्रौतसूत्र | *पारस्कर श्रौतसूत्र | ||
पंक्ति ९४: | पंक्ति ९४: | ||
*पारस्कर गृह्यसूत्र | *पारस्कर गृह्यसूत्र | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*कात्यायन शुल्वसूत्र | *कात्यायन शुल्वसूत्र | ||
*कात्यायनुक्रमणिका | *कात्यायनुक्रमणिका | ||
पंक्ति १००: | पंक्ति १००: | ||
|- | |- | ||
− | | width="136" valign="middle" height="328" bgcolor="#dcdcba" align="center" | | + | | width="136" valign="middle" height="328" bgcolor="#dcdcba" align="center" | कृष्ण<br>यजुर्वेद |
− | | width=" | + | | width="7%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | <br> |
− | | width=" | + | | width="10%" valign="middle" bgcolor="#ffddcc" align="center" | |
*तैत्तिरीय | *तैत्तिरीय | ||
*मैत्रायणी | *मैत्रायणी | ||
पंक्ति ११३: | पंक्ति ११३: | ||
*मध्यवर्ती ब्राह्मण | *मध्यवर्ती ब्राह्मण | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*तैत्तिरीय आरण्यक | *तैत्तिरीय आरण्यक | ||
*कठ आरण्यक | *कठ आरण्यक | ||
*मैत्रायणीय आरण्यक | *मैत्रायणीय आरण्यक | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*अक्षि | *अक्षि | ||
*अमृतबिन्दु | *अमृतबिन्दु | ||
पंक्ति १५२: | पंक्ति १५२: | ||
*कलिसंतरणोपनिषद | *कलिसंतरणोपनिषद | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*आपस्तम्ब श्रौतसूत्र | *आपस्तम्ब श्रौतसूत्र | ||
*आपस्तम्बगृह्यसूत्र | *आपस्तम्बगृह्यसूत्र | ||
पंक्ति १७३: | पंक्ति १७३: | ||
*हिरण्यकेशीय धर्मसूत्र | *हिरण्यकेशीय धर्मसूत्र | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*तैत्तिरीय प्रातिशाख्य | *तैत्तिरीय प्रातिशाख्य | ||
|- bgcolor="#ebd7ff" | |- bgcolor="#ebd7ff" | ||
− | | width=" | + | | width="5%" valign="middle" height="115" bgcolor="#ffddcc" align="center" | सा<br>म<br>वे<br>द |
− | | width=" | + | | width="7%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | <br> |
− | | width=" | + | | width="10%" valign="middle" bgcolor="#ffddcc" align="center" | सामवेद<br>मन्त्र-संहिता <br> |
| width="220" valign="top" | | | width="220" valign="top" | | ||
*कौथुमी | *कौथुमी | ||
पंक्ति १८५: | पंक्ति १८५: | ||
*राणायनीय | *राणायनीय | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*ताण्ड्य ब्राह्मण | *ताण्ड्य ब्राह्मण | ||
*षडविश ब्राह्मण | *षडविश ब्राह्मण | ||
पंक्ति १९७: | पंक्ति १९७: | ||
*जैमिनीय उपनिषद ब्राह्मण | *जैमिनीय उपनिषद ब्राह्मण | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*तलवकार आरण्यक | *तलवकार आरण्यक | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*आरुणि उपनिषद | *आरुणि उपनिषद | ||
*दर्शनोपनिषद | *दर्शनोपनिषद | ||
पंक्ति २१७: | पंक्ति २१७: | ||
*चूड़ामणि उपनिषद | *चूड़ामणि उपनिषद | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*मसकसूत्र | *मसकसूत्र | ||
*लाट्यायन सूत्र | *लाट्यायन सूत्र | ||
पंक्ति २२८: | पंक्ति २२८: | ||
*द्राह्यायण धर्मसूत्र | *द्राह्यायण धर्मसूत्र | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | <br> |
|- | |- | ||
− | | width=" | + | | width="5%" valign="middle" height="115" bgcolor="#ffddcc" align="center" | अ<br>थ<br>र्व<br>वे<br>द |
− | | width=" | + | | width="7%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | <br> |
− | | width=" | + | | width="10%" valign="middle" bgcolor="#ffddcc" align="center" | अथर्ववेद<br>मन्त्र-संहिता <br> |
| width="220" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | | | width="220" valign="top" bgcolor="#cbe4e4" | | ||
*पैप्पलाद | *पैप्पलाद | ||
*शौनकीय | *शौनकीय | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*गोपथ ब्राह्मण | *गोपथ ब्राह्मण | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | <br> |
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*अन्नपूर्णा | *अन्नपूर्णा | ||
*अथर्वशिरा | *अथर्वशिरा | ||
पंक्ति २७३: | पंक्ति २७३: | ||
*त्रिपुरातापिन्युपनिषद | *त्रिपुरातापिन्युपनिषद | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*वैतान श्रौतसूत्र | *वैतान श्रौतसूत्र | ||
*कौशिक गृह्यसूत्र | *कौशिक गृह्यसूत्र | ||
पंक्ति २७९: | पंक्ति २७९: | ||
*वैखानस गृह्यसूत्र | *वैखानस गृह्यसूत्र | ||
− | | width=" | + | | width="12%" valign="top" bgcolor="#ffddcc" | |
*शौनकीया चतुर्ध्यापिका | *शौनकीया चतुर्ध्यापिका | ||
|} | |} |
१०:५६, १७ फ़रवरी २०१० का अवतरण
वेद |
1.मंत्र-संहिता (कुल 4) |
2. शाखा (कुल 1131, 13 उपलब्ध) |
3. ब्राह्मण-ग्रन्थ (कुल 1131, उपलब्ध 14) |
4. आरण्यक (उपलब्ध 6) |
5. उपनिषद (कुल 1131, उपलब्ध 108) |
6. सूत्र-ग्रन्थ (उपलब्ध 43) |
7. प्रातिसाख्य एवं अनुक्रमणिका (उपलब्ध 16) | |
ऋ ग्वे द |
ऋग्वेद मन्त्र-संहिता |
|
|
|
|
|
| |
य जु र्वे द |
शुक्ल यजुर्वेद |
यजुर्वेद मन्त्र- संहिता |
|
|
|
|
| |
कृष्ण यजुर्वेद |
|
|
|
|
|
| ||
सा म वे द |
सामवेद मन्त्र-संहिता |
|
|
|
|
|
||
अ थ र्व वे द |
अथर्ववेद मन्त्र-संहिता |
|
|
|
|
|