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श्री [[कृष्ण]] ने यहाँ पर द्वार का से [[ब्रज]] में पधारकर महर्षियों के साथ शिविर बनाकर निवास अवस्थित किया था । द्वारका कुण्ड, [[सोमती कुण्ड]], [[मान कुण्ड]] और [[बलभद्र कुण्ड]]– ये चारों कुण्ड परस्पर सन्निकट अवस्थित हैं । | श्री [[कृष्ण]] ने यहाँ पर द्वार का से [[ब्रज]] में पधारकर महर्षियों के साथ शिविर बनाकर निवास अवस्थित किया था । द्वारका कुण्ड, [[सोमती कुण्ड]], [[मान कुण्ड]] और [[बलभद्र कुण्ड]]– ये चारों कुण्ड परस्पर सन्निकट अवस्थित हैं । | ||
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द्वारका कुण्ड / Dwarika Kund
श्री कृष्ण ने यहाँ पर द्वार का से ब्रज में पधारकर महर्षियों के साथ शिविर बनाकर निवास अवस्थित किया था । द्वारका कुण्ड, सोमती कुण्ड, मान कुण्ड और बलभद्र कुण्ड– ये चारों कुण्ड परस्पर सन्निकट अवस्थित हैं । साँचा:कुण्ड