"विष्णु-वन्दना" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
पंक्ति ४: | पंक्ति ४: | ||
सपीतवस्त्रं सरसीरुहेक्षणम्। | सपीतवस्त्रं सरसीरुहेक्षणम्। | ||
सहारवक्ष:स्थलकौस्तुभश्रियं | सहारवक्ष:स्थलकौस्तुभश्रियं | ||
− | नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम्।। | + | नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम्।।</poem> |
− | |||
− | |||
==सर्वरूप हरि-वन्दन== | ==सर्वरूप हरि-वन्दन== | ||
− | यं शैवा: समुपासते शिव इति ब्रह्मेति वेदान्तिनो | + | <poem>यं शैवा: समुपासते शिव इति ब्रह्मेति वेदान्तिनो |
बौद्धा बुद्ध इति प्रमाणपटव: कर्तेति नैयायिका:। | बौद्धा बुद्ध इति प्रमाणपटव: कर्तेति नैयायिका:। | ||
अर्हन्नित्यथ जैनशासनरता: कर्मेति मीमांसका: | अर्हन्नित्यथ जैनशासनरता: कर्मेति मीमांसका: |
०६:५४, ९ फ़रवरी २०१० का अवतरण
श्री विष्णु-वन्दना / Vishnu vandana
सशंखचक्रं सकिरीटकुण्डलं
सपीतवस्त्रं सरसीरुहेक्षणम्।
सहारवक्ष:स्थलकौस्तुभश्रियं
नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम्।।
सर्वरूप हरि-वन्दन
यं शैवा: समुपासते शिव इति ब्रह्मेति वेदान्तिनो
बौद्धा बुद्ध इति प्रमाणपटव: कर्तेति नैयायिका:।
अर्हन्नित्यथ जैनशासनरता: कर्मेति मीमांसका:
सोऽयं लो विदधातु वांछितफलं त्रैलोक्यनाथो हरि:।।