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− | आषाढ़ शु0 15 को व्यास की जयन्ती मनाई जाती है । [[गोवर्धन]] पर्वत की इस दिन लाखों श्रद्धालु परिक्रमा देते हैं । बंगाली साधु सिर मुंडाकर परिक्रमा करते हैं क्योंकि आज के दिन सनातन गोस्वामी का तिरोभाव हुआ था । ब्रज में इसे मुड़िया पूनों कहा जाता है । आज का दिन गुरू–पूजा का दिन होता है । | + | आषाढ़ शु0 15 को व्यास की जयन्ती मनाई जाती है । [[गोवर्धन]] पर्वत की इस दिन लाखों श्रद्धालु परिक्रमा देते हैं । बंगाली साधु सिर मुंडाकर परिक्रमा करते हैं क्योंकि आज के दिन सनातन गोस्वामी का तिरोभाव हुआ था । [[ब्रज]] में इसे मुड़िया पूनों कहा जाता है । आज का दिन गुरू–पूजा का दिन होता है । |
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०५:३८, ९ सितम्बर २००९ का अवतरण
व्यास पूर्णिमा / मुड़िया पूनों / Vyas Poornima / Mudiya Puno
आषाढ़ शु0 15 को व्यास की जयन्ती मनाई जाती है । गोवर्धन पर्वत की इस दिन लाखों श्रद्धालु परिक्रमा देते हैं । बंगाली साधु सिर मुंडाकर परिक्रमा करते हैं क्योंकि आज के दिन सनातन गोस्वामी का तिरोभाव हुआ था । ब्रज में इसे मुड़िया पूनों कहा जाता है । आज का दिन गुरू–पूजा का दिन होता है ।