आत्मज श्री तुलाराम।
उसफार, मथुरा।
व्यक्तिगत सत्याग्रह आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1941 में एक वर्ष के कारावास का दण्ड और 50 रुपये जुर्माने की सजा मिली।