अश्विनीकुमार

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.

अश्विनी कुमार / Ashvini Kumar

  • अश्विनी से उत्पन्न, सूर्य के औरस पुत्र, दो वैदिक देवता थे।
  • ये देव चिकित्सक थे।
  • उषा के पहले ये रथारूढ़ होकर आकाश में भ्रमण करते हैं और सम्भव है इसी कारण ये सूर्य-पुत्र मान लिये गये हों।
  • एक का नाम 'नासत्य' और दूसरे का नाम 'द्स्त्र' है।
  • पुराणों के अनुसार नकुल और सहदेव इन्हीं के अंश से उत्पन्न हुए थे।
  • निरूक्तकार इन्हें 'स्वर्ग और पृथ्वी' और 'दिन और रात' के प्रतीक कहते हैं।
  • राजा शर्याति की पुत्री सुकन्या के पतिव्रत से प्रसन्न होकर महर्षि च्यवन का इन्होंने वृद्धावस्था में कायाकल्प करा उन्हें चिर-यौवन प्रदान किया था।
  • चिकित्सक होने के कारण इन्हें देवताओं का यज्ञ भाग प्राप्त न था।
  • च्यवन ने इन्द्र से इनके लिए संस्तुति कर इन्हें यज्ञ भाग दिलाया था।
  • दध्यंग ऋषि के सिर को इन्होंने ही जोड़ा था, पर ब्रह्मा राम के विराट रूप का उल्लेख करते हुए मन्दोदरी ने रावण के समक्ष इन्हें राम का लघु-अंश बताया है।


सम्बंधित लिंक