आटस

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आटस / Atas

  • कृष्ण की परमानन्दमय मधुर-लीलाओं का दर्शन और आस्वादन करने के पूर्ण अधिकारी तो ब्रजवासी ही हैं।
  • फिर भी चतुर्मुख ब्रह्मा, महादेव शंकर, देवर्षि नारद तथा बहुत से ऋषि-महर्षि स्वयं भगवान श्रीकृष्ण की आराधना करने के लिए ब्रजभूमि की बहुत-सी लीला स्थलियों में निवास कर रहे हैं।
  • अष्टावक्र मुनि की आराधना का यह स्थल आटस गाँव के नाम से प्रसिद्ध है।
  • अष्टावक्र शब्द से अपभ्रंश होकर आटस नाम हुआ है।
  • यह जनाई गाँव से चार मील तथा वृन्दावन से छह मील की दूरी है।