"उग्रसेन" के अवतरणों में अंतर

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
पंक्ति ४: पंक्ति ४:
 
*उग्रसेन के नौ पुत्र और पांच पुत्रियां हुई पुत्रों में [[कंस]] सबसे बड़ा था। उसका विवाह [[जरासंध]] की पुत्रियों '''अस्ति''' और '''प्राप्ति''' के साथ हुआ था।  
 
*उग्रसेन के नौ पुत्र और पांच पुत्रियां हुई पुत्रों में [[कंस]] सबसे बड़ा था। उसका विवाह [[जरासंध]] की पुत्रियों '''अस्ति''' और '''प्राप्ति''' के साथ हुआ था।  
 
*कंस ने अपने ससुर की सहायता से अपने पिता उग्रसेन को बंदी बना लिया और स्वयं मथुरा का राजा बन बैठा।  
 
*कंस ने अपने ससुर की सहायता से अपने पिता उग्रसेन को बंदी बना लिया और स्वयं मथुरा का राजा बन बैठा।  
*जब श्री[[कृष्ण]] के हाथों कंस मारा गया तो उन्होंने मथुरा की राजगद्दी पुन: उग्रसेन को सौंप दी।
+
*जब श्री[[कृष्ण]] के हाथों कंस मारा गया तो उन्होंने मथुरा की राजगद्दी पुन: उग्रसेन को सौंप दी।  
----
 
*नंदवंश का प्रथम सम्राट जिसने पांचालों, शूरसेनों, [[काशी]] जनपद , कलिंग, [[चेदि]] आदि को परास्त करके अपना साम्राज्य स्थापित किया था।
 
*इसकी ख्याति सुनकर ही [[अलक्ष्येन्द्र|सिंकदर]] ने [[मगध]] पर आक्रमण करने का साहस नहीं किया।
 
  
  

०८:३६, १९ अक्टूबर २००९ का अवतरण


उग्रसेन / Ugrasain / Ugrasen

  • ये मथुरा के राजा आहुक और रानी काश्या के पुत्र थे।
  • उग्रसेन के नौ पुत्र और पांच पुत्रियां हुई पुत्रों में कंस सबसे बड़ा था। उसका विवाह जरासंध की पुत्रियों अस्ति और प्राप्ति के साथ हुआ था।
  • कंस ने अपने ससुर की सहायता से अपने पिता उग्रसेन को बंदी बना लिया और स्वयं मथुरा का राजा बन बैठा।
  • जब श्रीकृष्ण के हाथों कंस मारा गया तो उन्होंने मथुरा की राजगद्दी पुन: उग्रसेन को सौंप दी।