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==उग्रसेन / Ugrasain / Ugrasen==
 
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#*ये [[मथुरा]] के राजा आहुक और रानी काश्या के पुत्र थे।  
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*ये [[मथुरा]] के राजा आहुक और रानी काश्या के पुत्र थे।  
 
*उग्रसेन के नौ पुत्र और पांच पुत्रियां हुई पुत्रों में [[कंस]] सबसे बड़ा था। उसका विवाह [[जरासंध]] की पुत्रियों के साथ हुआ था।  
 
*उग्रसेन के नौ पुत्र और पांच पुत्रियां हुई पुत्रों में [[कंस]] सबसे बड़ा था। उसका विवाह [[जरासंध]] की पुत्रियों के साथ हुआ था।  
 
*कंस ने अपने ससुर की सहायता से अपने पिता उग्रसेन को बंदी बना लिया और स्वयं मथुरा का राजा बन बैठा।  
 
*कंस ने अपने ससुर की सहायता से अपने पिता उग्रसेन को बंदी बना लिया और स्वयं मथुरा का राजा बन बैठा।  
 
*जब श्री[[कृष्ण]] के हाथों कंस मारा गया तो उन्होंने मथुरा की राजगद्दी पुन: उग्रसेन को सौंप दी।   
 
*जब श्री[[कृष्ण]] के हाथों कंस मारा गया तो उन्होंने मथुरा की राजगद्दी पुन: उग्रसेन को सौंप दी।   
 
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#*नंदवंश का प्रथम सम्राट जिसने पांचालों, शूरसेनों, [[काशी]] जनपद , कलिंग, [[चेदि]] आदि को परास्त करके अपना साम्राज्य स्थापित किया था।  
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*नंदवंश का प्रथम सम्राट जिसने पांचालों, शूरसेनों, [[काशी]] जनपद , कलिंग, [[चेदि]] आदि को परास्त करके अपना साम्राज्य स्थापित किया था।  
 
*इसकी ख्याति सुनकर ही [[अलक्ष्येन्द्र|सिंकदर]] ने [[मगध]] पर आक्रमण करने का साहस नहीं किया।
 
*इसकी ख्याति सुनकर ही [[अलक्ष्येन्द्र|सिंकदर]] ने [[मगध]] पर आक्रमण करने का साहस नहीं किया।
  

०७:०५, १७ सितम्बर २००९ का अवतरण

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उग्रसेन / Ugrasain / Ugrasen

  • ये मथुरा के राजा आहुक और रानी काश्या के पुत्र थे।
  • उग्रसेन के नौ पुत्र और पांच पुत्रियां हुई पुत्रों में कंस सबसे बड़ा था। उसका विवाह जरासंध की पुत्रियों के साथ हुआ था।
  • कंस ने अपने ससुर की सहायता से अपने पिता उग्रसेन को बंदी बना लिया और स्वयं मथुरा का राजा बन बैठा।
  • जब श्रीकृष्ण के हाथों कंस मारा गया तो उन्होंने मथुरा की राजगद्दी पुन: उग्रसेन को सौंप दी।

  • नंदवंश का प्रथम सम्राट जिसने पांचालों, शूरसेनों, काशी जनपद , कलिंग, चेदि आदि को परास्त करके अपना साम्राज्य स्थापित किया था।
  • इसकी ख्याति सुनकर ही सिंकदर ने मगध पर आक्रमण करने का साहस नहीं किया।