"केदारनाथ भार्गव स्वतंत्रता सेनानी" के अवतरणों में अंतर

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जिले के एक कर्मठ कार्याकर्ता जिन्हें असहयोग आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1921 में 3 मास के कारावास का दण्ड मिला।  
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ज़िले के एक कर्मठ कार्याकर्ता जिन्हें असहयोग आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1921 में 3 मास के कारावास का दण्ड मिला।  
  
पुनः दफा 506 में सन् 1922 में भी 3 मास जेल की सजा मिली ।
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पुनः दफा 506 में सन 1922 में भी 3 मास जेल की सजा मिली।
  
नमक सत्याग्रह व विदेशी वस्तु बहिष्कार आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1930 में 18 मास के कारावास का दण्ड मिला।  
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नमक सत्याग्रह व विदेशी वस्तु बहिष्कार आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1930 में 18 मास के कारावास का दण्ड मिला।  
  
सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1933 में 6 मास के कारावास और 300 रुपये जुर्माने की सजा मिली ।
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सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1933 में 6 मास के कारावास और 300 रुपये जुर्माने की सजा मिली।
  
व्यक्तिगत सत्याग्रह आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1941 में 1वर्ष के कारावास का दण्ड़ और 200 रुपये जुर्माने की सजा मिली ।
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व्यक्तिगत सत्याग्रह आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1941 में 1 वर्ष के कारावास का दण्ड़ और 200 रुपये जुर्माने की सजा मिली।
  
सन् 1942 के आन्दोलन के दौरान नजरबन्द रहे ।
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सन 1942 के आन्दोलन के दौरान नजरबन्द रहे।
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१३:०५, १९ मई २०१० के समय का अवतरण

श्री केदारनाथ भार्गव / Kedarnath Bhargav

आत्मज श्री बैजनाथ भार्गव।

मथुरा

ज़िले के एक कर्मठ कार्याकर्ता जिन्हें असहयोग आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1921 में 3 मास के कारावास का दण्ड मिला।

पुनः दफा 506 में सन 1922 में भी 3 मास जेल की सजा मिली।

नमक सत्याग्रह व विदेशी वस्तु बहिष्कार आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1930 में 18 मास के कारावास का दण्ड मिला।

सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1933 में 6 मास के कारावास और 300 रुपये जुर्माने की सजा मिली।

व्यक्तिगत सत्याग्रह आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1941 में 1 वर्ष के कारावास का दण्ड़ और 200 रुपये जुर्माने की सजा मिली।

सन 1942 के आन्दोलन के दौरान नजरबन्द रहे।