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१७:४०, ४ मार्च २०१० का अवतरण

खर दूषण / Khar Dushan

  • मेघप्रभ के पुत्र खर दूषण ने रावण की अनुपस्थिती में उसकी बहन चंद्रनखा का अपहरण कर लिया।
  • उस समय रावण अपनी कन्या अवली के विवाह में व्यस्त था।
  • लौटने पर समस्त समाचार जानकर रावण खर दूषण को मारने के लिए उद्धत हुआ किंतु मंदोदरी ने समझा-बुझाकर उसे शांत कर दिया।