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११:१२, १० नवम्बर २००९ का अवतरण


खान पान / Khan Paan

ब्रज के भोज्य पदार्थों में मिष्ठान की अधिकता रहती है । ब्रज में ठाकुरजी का छप्पन भोग एवं पेड़ा का भोग विशेष स्थान रखता है । श्रीबलदाऊ एवं श्रीकृष्ण के भोग माखन मिश्री का भी खास स्थान है । मथुरा का पेड़ा एव खुरचन दूर–दूर तक प्रसिद्ध है । प्रात:कालीन अल्पाहार 'कलेवा' के समय भी नमकीन के साथ मिष्ठान का चलन हैं । दोपहर के भोजन 'रसोई' में रोटी, दाल-चावल, कढ़ी, सब्जी अथवा पकवान में पूरी कचौड़ी, सब्जी, खीर, रायता, दही, बूरा आदि का चलन है । मौसम के अनुसार सर्दियों में बाजरा, मक्का की रोटी आमतौर पर गेहूँ अथवा गेहूँ चना की मिश्रित रोटी(मिस्सी रोटी )का सेवन होता है । सायं काल में मौसमी फलों का, रात्रि बेला में पराठों के साथ सब्जी तथा मिष्ठान का चलन है । गाँव में तीज त्यौहार पर तथा अन्य अवसरों पर अतिथियों के सत्कार में अन्य पकवान, के साथ घी–बूरा का विशेष चलन है । यहाँ पर भण्डारों एवं अन्य अवसरों पर मालपुआ, खीर एवं सब्जी तथा रायता भी परोसा जाता है ।