गिरधारी लाल स्वतंत्रता सेनानी
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श्री गिरधारी लाल
आत्मज श्री शिवराज पांड़े।
वृन्दावन, मथुरा।
नमक सत्याग्रह व विदेशी वस्तु बहिष्कार आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1930 में 1 वर्ष का कारावास का दण्ड मिला।
सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1932 में 6 मास के कारावास का दण्ड और 50 रुपये जुर्माने की सजा मिली।
व्यक्तिगत सत्याग्रह आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1941 में 50 रुपये जुर्माना हुआ।
"भारत छोड़ो" आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1942 में नजरबन्द हुए।