आत्मज श्री रामचन्द।
सादाबाद, मथुरा।
नमक सत्याग्रह व विदेशी वस्तु बहिष्कार आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1930 में 200 रुपये जुर्माने या ड़ेढ मास की जेल का दण्ड मिला।