आत्मज श्री हरगोविंद।
सादाबाद, मथुरा।
व्यक्तिगत सत्याग्रह आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1941में 1वर्ष कैद एवं 100 रुपये जुर्माने की सजा मिली।