आत्मज श्री कन्हैया लाल।
मथुरा।
"भारत छोड़ो" आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1943 में 2 वर्ष के करावास का दण्ड और25 रुपये जुर्माना हुआ।