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०५:१९, २७ नवम्बर २००९ का अवतरण

चित्र जानकारी
विवरण: कंस मेला

पूजन आरती का कार्य सम्पादन करके, कंस वध के दिन की स्मृति को परम्परागत रूप से साकार करते हैं। इस मेले में मथुरावासी उत्साहपूर्वक भाग लेते हैं

चित्रांकन:
दिनांक: 25/6/2009
स्रोत: ब्रज डिस्कवरी
प्रयोग अनुमति: ब्रज डिस्कवरी
शिल्पकार/चित्रकार:
प्राप्ति स्थान:
समय/काल:
उपलब्ध:
आकार:
संग्रहालय क्रम संख्या:
आभार:
अन्य विवरण: कंस टीले पर आयोजित होने वाला यह मेला ब्रज का विशेष आकर्षण हैं । पूजन आरती का कार्य सम्पादन करके, कंस वध के दिन की स्मृति को परम्परागत रूप से साकार करते हैं। इस मेले में मथुरावासी उत्साहपूर्वक भाग लेते हैं


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  • कंस टीले पर आयोजित होने वाला यह मेला ब्रज का विशेष आकर्षण हैं ।
  • भगवान श्रीकृष्ण द्वारा कंस को मारने के उपलक्ष्य में मथुरा में यह मेला आयोजित होता है ।
  • इस दिन चतुर्वेदी युवक अपनी–अपनी लाठियों से सुसज्जित होकर कंस टीले तक जाते हैं । वहां कंस के पुतले को नष्ट करके उसके मस्तक को लाकर कंसखार पर नष्ट करते हैं, तदुपरांत विश्राम घाट पर प्रभु को विश्राम देकर पूजन आरती का कार्य सम्पादन करके, कंस वध के दिन की स्मृति को परम्परागत रूप से साकार करते हैं।
  • इस मेले में मथुरावासी उत्साहपूर्वक भाग लेते हैं ।

फ़ाइल का इतिहास

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दिनांक/समयअंगूठाकार प्रारूपआकारप्रयोक्ताटिप्पणी
वर्तमान१०:३२, २८ अक्टूबर २००९१०:३२, २८ अक्टूबर २००९ के संस्करण का अंगूठाकार प्रारूप।३,००० × २,००८ (१.८९ MB)Ashwani Bhatia (चर्चा | योगदान)

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