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[[आगरा]] में [[यमुना]] के किनारे स्थित ताजमहल [[मुग़ल]] शासन का सबसे प्रसिद्ध स्मारक है। इसे [[शाहजहाँ]] ने अपनी बेगम मुमताज महल की क़ब्र के ऊपर बनवाया था। मृत्यु के बाद शाहजहाँ को भी वहीं दफनाया गया। इस स्मारक का नक़्शा भारतीय वास्तुकार ईसा ने बनाया था। कुछ लोगों का अनुमान है कि नक़्शा बनाने में इटली अथवा फ्रांस के वास्तुकार की भी मदद ली गई थी। ताजमहल का निर्माण 1632 ई॰ में आरंभ हुआ और 1653 ई॰ में पूरा हुआ। उस समय इसके निर्माण में तीन करोड़ बीस लाख रूपये लगे थे। सफेद संगमरमर की यह कृति संसार भर में प्रसिद्ध है और पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंन्द्र है। | [[आगरा]] में [[यमुना]] के किनारे स्थित ताजमहल [[मुग़ल]] शासन का सबसे प्रसिद्ध स्मारक है। इसे [[शाहजहाँ]] ने अपनी बेगम मुमताज महल की क़ब्र के ऊपर बनवाया था। मृत्यु के बाद शाहजहाँ को भी वहीं दफनाया गया। इस स्मारक का नक़्शा भारतीय वास्तुकार ईसा ने बनाया था। कुछ लोगों का अनुमान है कि नक़्शा बनाने में इटली अथवा फ्रांस के वास्तुकार की भी मदद ली गई थी। ताजमहल का निर्माण 1632 ई॰ में आरंभ हुआ और 1653 ई॰ में पूरा हुआ। उस समय इसके निर्माण में तीन करोड़ बीस लाख रूपये लगे थे। सफेद संगमरमर की यह कृति संसार भर में प्रसिद्ध है और पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंन्द्र है। | ||
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ताजमहल / Tajmahal
आगरा में यमुना के किनारे स्थित ताजमहल मुग़ल शासन का सबसे प्रसिद्ध स्मारक है। इसे शाहजहाँ ने अपनी बेगम मुमताज महल की क़ब्र के ऊपर बनवाया था। मृत्यु के बाद शाहजहाँ को भी वहीं दफनाया गया। इस स्मारक का नक़्शा भारतीय वास्तुकार ईसा ने बनाया था। कुछ लोगों का अनुमान है कि नक़्शा बनाने में इटली अथवा फ्रांस के वास्तुकार की भी मदद ली गई थी। ताजमहल का निर्माण 1632 ई॰ में आरंभ हुआ और 1653 ई॰ में पूरा हुआ। उस समय इसके निर्माण में तीन करोड़ बीस लाख रूपये लगे थे। सफेद संगमरमर की यह कृति संसार भर में प्रसिद्ध है और पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंन्द्र है।