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०१:५२, ५ मार्च २०१० के समय का अवतरण

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तुर्वसु वंश / Turvasu vansh

  • ययाति के पुत्र तुर्वसु का वह्नि, वह्नि का भर्ग, भर्ग का भानुमान, भानुमान का त्रिभानु, त्रिभानु का उदारबुद्धि करन्धम और करन्धम का पुत्र हुआ मरूत।
  • मरूत सन्तानहीन था। इसलिये उसने पुरू वंशी दुष्यन्त को अपना पुत्र बनाकर रखा था।
  • परन्तु दुष्यन्त राज्य की कामना से अपने ही वंश में लौट गये।