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− | *बिन्दुसार महान सम्राट अशोक के पिता थे। | + | *बिन्दुसार महान सम्राट [[अशोक]] के पिता थे। |
*बिन्दुसार चन्द्रगुप्त मौर्य एवं दुर्धरा के पुत्र थे। उन्हें बड़ा राज्य का विरासत में मिला था। | *बिन्दुसार चन्द्रगुप्त मौर्य एवं दुर्धरा के पुत्र थे। उन्हें बड़ा राज्य का विरासत में मिला था। | ||
− | *चाणक्य उनके समय में भी प्रधानमन्त्री रहे थे। | + | *[[चाणक्य]] उनके समय में भी प्रधानमन्त्री रहे थे। |
− | *बिन्दुसार के शासन में तक्षशिला के लोगों ने दो बार विद्रोह किया । दूसरे विद्रोह को उनके पुत्र अशोक ने दबा दिया था। | + | *बिन्दुसार के शासन में [[तक्षशिला]] के लोगों ने दो बार विद्रोह किया । दूसरे विद्रोह को उनके पुत्र अशोक ने दबा दिया था। |
*बिन्दुसार की मृत्यु 272 ईसा पूर्व (लगभग) हुई थी। | *बिन्दुसार की मृत्यु 272 ईसा पूर्व (लगभग) हुई थी। | ||
*इतिहास में बिन्दुसार को 'पिता का पुत्र और पुत्र का पिता' कहा जाता है क्योंकि वह चन्द्रगुप्त मौर्य के पुत्र और राजा अशोक महान के पिता थे। | *इतिहास में बिन्दुसार को 'पिता का पुत्र और पुत्र का पिता' कहा जाता है क्योंकि वह चन्द्रगुप्त मौर्य के पुत्र और राजा अशोक महान के पिता थे। |
१३:५३, २१ सितम्बर २००९ का अवतरण
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बिन्दुसार / बिंदुसार / Bindusar
- बिन्दुसार (298-272 ई.पू. लगभग) मौर्य राजवंश के राजा थे।
- चन्द्रगुप्त मौर्य के पुत्र थे।
- बिन्दुसार महान सम्राट अशोक के पिता थे।
- बिन्दुसार चन्द्रगुप्त मौर्य एवं दुर्धरा के पुत्र थे। उन्हें बड़ा राज्य का विरासत में मिला था।
- चाणक्य उनके समय में भी प्रधानमन्त्री रहे थे।
- बिन्दुसार के शासन में तक्षशिला के लोगों ने दो बार विद्रोह किया । दूसरे विद्रोह को उनके पुत्र अशोक ने दबा दिया था।
- बिन्दुसार की मृत्यु 272 ईसा पूर्व (लगभग) हुई थी।
- इतिहास में बिन्दुसार को 'पिता का पुत्र और पुत्र का पिता' कहा जाता है क्योंकि वह चन्द्रगुप्त मौर्य के पुत्र और राजा अशोक महान के पिता थे।