"बिरला मंदिर" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
Anand Chauhan (चर्चा | योगदान) छो ("बिरला मंदिर" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite))) |
Anand Chauhan (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
{{menu}} | {{menu}} | ||
==बिरला मंदिर / Birla Temple== | ==बिरला मंदिर / Birla Temple== | ||
− | [[चित्र:Birla-Temple-1.jpg|बिरला मंदिर,[[मथुरा]]<br /> Birla Temple, Mathura|thumb|200px]] | + | [[चित्र:Birla-Temple-1.jpg|लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिरला मंदिर), [[मथुरा]]<br /> Lakshmi Narayan Temple (Birla Temple), Mathura|thumb|200px]] |
[[मथुरा]]–[[वृन्दावन]] मार्ग पर अवस्थित इस मन्दिर को बिरला मन्दिर कहा जाता है। सेठ जुगलकिशोर बिरला ने इसका निर्माण कराया था। इसमें चक्रधारी [[कृष्ण|श्रीकृष्ण]] की आदमकद प्रतिमा प्रतिष्ठित है। देवालय के उत्तर में लाल पत्थर का एक स्तंभ है, जिस पर सम्पूर्ण गीता खुदी हुई है। मन्दिर का परिषद रमणीक उ़द्यान से आच्छादित है। | [[मथुरा]]–[[वृन्दावन]] मार्ग पर अवस्थित इस मन्दिर को बिरला मन्दिर कहा जाता है। सेठ जुगलकिशोर बिरला ने इसका निर्माण कराया था। इसमें चक्रधारी [[कृष्ण|श्रीकृष्ण]] की आदमकद प्रतिमा प्रतिष्ठित है। देवालय के उत्तर में लाल पत्थर का एक स्तंभ है, जिस पर सम्पूर्ण गीता खुदी हुई है। मन्दिर का परिषद रमणीक उ़द्यान से आच्छादित है। | ||
<br /> | <br /> | ||
पंक्ति ७: | पंक्ति ७: | ||
==वीथिका== | ==वीथिका== | ||
<gallery widths="145px" perrow="4"> | <gallery widths="145px" perrow="4"> | ||
− | चित्र:Birla-Temple-2.jpg|बिरला मंदिर,[[मथुरा]]<br /> Birla Temple, Mathura | + | चित्र:Birla-Temple-2.jpg|लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिरला मंदिर), [[मथुरा]]<br /> Lakshmi Narayan Temple (Birla Temple), Mathura |
− | चित्र:Birla-Temple-3.jpg|बिरला मंदिर,[[मथुरा]]<br /> Birla Temple, Mathura | + | चित्र:Birla-Temple-3.jpg|लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिरला मंदिर), [[मथुरा]]<br /> Lakshmi Narayan Temple (Birla Temple), Mathura |
</gallery> | </gallery> | ||
१३:१६, २६ जनवरी २०१० का अवतरण
बिरला मंदिर / Birla Temple
मथुरा–वृन्दावन मार्ग पर अवस्थित इस मन्दिर को बिरला मन्दिर कहा जाता है। सेठ जुगलकिशोर बिरला ने इसका निर्माण कराया था। इसमें चक्रधारी श्रीकृष्ण की आदमकद प्रतिमा प्रतिष्ठित है। देवालय के उत्तर में लाल पत्थर का एक स्तंभ है, जिस पर सम्पूर्ण गीता खुदी हुई है। मन्दिर का परिषद रमणीक उ़द्यान से आच्छादित है।