मगध राज्य

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

मगध राज्य का उत्कर्ष

मगध के सबसे प्राचीन वंश के संस्थापक व्रहद्रथ थे ! मगध राज्य की राजधानी राजगृह (गिरिब्रज) थी ! जरासंध के पिता का नाम व्रहद्रथ था ! मगध की गद्दी पर बिम्बिसार ५४५ BC मे बैठा था ! बिम्बिसार हर्यक वंश का संस्थापक था ! बिम्बिसार ने व्रहद्रथको हराकर अंग राज्य को मगध मे मिला लिया ! बिम्बिसार बौद्ध धर्म का अनुयाई था ! बिमिसर ने राजगृह का निर्माण कर उसे अपनी राजधानी बनाया ! बिम्बिसार ने करीब ५२ साल तक मगध पर सासन किया ! बिम्बिसार ने वैवाहिक सम्बन्ध इस्थापित करके अपने साम्राज्य का विस्तार किया ! बिम्बिसार की हत्या कर उसका पुत्र अजात्सत्रू ने की थी ! अजात्सत्रू ४९३ BC मई मगध की गद्दी पर बैठा था ! अजात्सत्रू का उपनाम कुणिक था ! अजात्सत्रू ने मगध पर ३२ वेर्षो तक साशन किया था ! अजात्सत्रू शुरू मैं जैन धर्म का अनुयाई था ! अजात्सत्रू की हत्या उसके पूत्र उदायीन्न ने की थी ! वह मगध की गद्दी पर ४६१ BC बैठा था ! हर्यक वंश का अंतिम साशक उदयींन का पुत्र नाग्दशक था !

शिसुनाग वंश

शिसुनाग ने ४१२ BC मैं शिसुनाग वंश का संश्थापक शिसुनाग था ! शिसुनाग ने अपनी राजधानी पाटलिपुत्र से हटाकर वैशाली मे स्थापित की !

वीथिका

टीका टिप्पणी और संदर्भ

अन्य लिंक

साँचा:अन्य लिंक का साँचा