"मथुरानाथ जी मन्दिर" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
(नया पृष्ठ: {{menu}}<br /> ==मथुरानाथ जी का मन्दिर / Mathuranath Ji Temple== यह पुराण प्रसिद्ध [[चीरहर...) |
|||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
{{menu}}<br /> | {{menu}}<br /> | ||
==मथुरानाथ जी का मन्दिर / Mathuranath Ji Temple== | ==मथुरानाथ जी का मन्दिर / Mathuranath Ji Temple== | ||
− | यह [[पुराण]] प्रसिद्ध [[चीरहरण]] लीला का स्थल है। [[यमुना]] के किनारे यहाँ [[गोपीघाट]] एवं गोपी तालाब है और आगे [[बलराम]] जी का लीला स्थल [[रामघाट]] है । [[ब्रह्माघाट]] में [[ | + | यह [[पुराण]] प्रसिद्ध [[चीरहरण]] लीला का स्थल है। [[यमुना]] के किनारे यहाँ [[गोपीघाट]] एवं गोपी तालाब है और आगे [[बलराम]] जी का लीला स्थल [[रामघाट]] है । [[ब्रह्माघाट]] में [[ब्रह्मा]] जी ने [[कृष्ण]] के गौ–बछड़े चुराये बाद में उन्होंने यहीं कृष्ण जी से क्षमा याचना की । इसके आगे विलास वन, [[भूषण वन]], निवारण वन, गुँजा वन, [[बिहारवन|बिहार वन]] और [[अक्षय वट]] है । |
[[category:कोश]] | [[category:कोश]] | ||
[[श्रेणी:मन्दिर]] | [[श्रेणी:मन्दिर]] | ||
[[श्रेणी:दर्शनीय-स्थल कोश]] | [[श्रेणी:दर्शनीय-स्थल कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
०७:५८, २९ दिसम्बर २००९ का अवतरण
मथुरानाथ जी का मन्दिर / Mathuranath Ji Temple
यह पुराण प्रसिद्ध चीरहरण लीला का स्थल है। यमुना के किनारे यहाँ गोपीघाट एवं गोपी तालाब है और आगे बलराम जी का लीला स्थल रामघाट है । ब्रह्माघाट में ब्रह्मा जी ने कृष्ण के गौ–बछड़े चुराये बाद में उन्होंने यहीं कृष्ण जी से क्षमा याचना की । इसके आगे विलास वन, भूषण वन, निवारण वन, गुँजा वन, बिहार वन और अक्षय वट है ।