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मथुरानाथ जी का मन्दिर / Mathuranath Ji Temple
यह पुराण प्रसिद्ध चीरहरण लीला का स्थल है। यमुना के किनारे यहाँ गोपीघाट एवं गोपी तालाब है और आगे बलराम जी का लीला स्थल रामघाट है। ब्रह्माघाट में ब्रह्मा जी ने कृष्ण के गौ–बछड़े चुराये बाद में उन्होंने यहीं कृष्ण जी से क्षमा याचना की। इसके आगे विलास वन, भूषण वन, निवारण वन, गुँजा वन, बिहार वन और अक्षय वट है।