मुइज़ुद्दीन बहरामशाह

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मुइज़ुद्दीन बहरामशाह

अमीरों ने इल्तुतमिश के छोटे पुत्र मुइज़ुद्दीन बहरामशाह को गद्दी पर बैठाया। अप्रॅल 1240 में बहराम सुल्तान हो गया। बहराम ने ऐतिगीन का वध करा दिया। उधर रज़िया ने अल्तूनिया से विवाह कर लिया। अल्तूनिया सेना एकत्र कर रज़िया को सिंहासन पर बैठाने के लिए दिल्ली की ओर चला। परन्तु बहराम की सेना ने अक्टूबर 1240 में उसे हरा दिया और कुछ हिंदू डाकुओं ने अल्तूनिया और रज़िया का वध कर दिया।