"विष्णु-वन्दना" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
(नया पन्ना: {{Menu}} ==श्री विष्णु-वन्दना / Vishnu Arti== सशंखचक्रं सकिरीटकुण्डलं सपीतवस्त...) |
|||
(२ सदस्यों द्वारा किये गये बीच के ७ अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
{{Menu}} | {{Menu}} | ||
− | ==श्री विष्णु-वन्दना / Vishnu | + | ==श्री विष्णु-वन्दना / Vishnu vandana== |
− | सशंखचक्रं सकिरीटकुण्डलं | + | *[[विष्णु]] जी की पूजा के समय यह [[आरती पूजन|आरती]] की जाती है। |
+ | |||
+ | <poem>सशंखचक्रं सकिरीटकुण्डलं | ||
सपीतवस्त्रं सरसीरुहेक्षणम्। | सपीतवस्त्रं सरसीरुहेक्षणम्। | ||
सहारवक्ष:स्थलकौस्तुभश्रियं | सहारवक्ष:स्थलकौस्तुभश्रियं | ||
− | नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम्।। | + | नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम्।।</poem> |
+ | ==सर्वरूप हरि-वन्दन== | ||
− | + | <poem>यं शैवा: समुपासते शिव इति ब्रह्मेति वेदान्तिनो | |
− | यं शैवा: समुपासते शिव इति ब्रह्मेति वेदान्तिनो | ||
बौद्धा बुद्ध इति प्रमाणपटव: कर्तेति नैयायिका:। | बौद्धा बुद्ध इति प्रमाणपटव: कर्तेति नैयायिका:। | ||
अर्हन्नित्यथ जैनशासनरता: कर्मेति मीमांसका: | अर्हन्नित्यथ जैनशासनरता: कर्मेति मीमांसका: | ||
− | सोऽयं लो विदधातु वांछितफलं त्रैलोक्यनाथो हरि:।। | + | सोऽयं लो विदधातु वांछितफलं त्रैलोक्यनाथो हरि:।।</poem> |
− | [[ | + | [[Category: कोश]] |
− | [[ | + | [[Category:भगवान-अवतार]] |
− | [[ | + | [[Category:भक्ति]] [[Category:आरती संग्रह]] |
__INDEX__ | __INDEX__ |
०३:३३, १९ मई २०१० के समय का अवतरण
श्री विष्णु-वन्दना / Vishnu vandana
सशंखचक्रं सकिरीटकुण्डलं
सपीतवस्त्रं सरसीरुहेक्षणम्।
सहारवक्ष:स्थलकौस्तुभश्रियं
नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम्।।
सर्वरूप हरि-वन्दन
यं शैवा: समुपासते शिव इति ब्रह्मेति वेदान्तिनो
बौद्धा बुद्ध इति प्रमाणपटव: कर्तेति नैयायिका:।
अर्हन्नित्यथ जैनशासनरता: कर्मेति मीमांसका:
सोऽयं लो विदधातु वांछितफलं त्रैलोक्यनाथो हरि:।।