हनुमान जी की आरती

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
(Hanuman Arti से पुनर्निर्देशित)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

आरती हनुमान जी / Hanuman Arti

थंबनेल बनाने में त्रुटि हुई है: /bin/bash: /usr/local/bin/convert: No such file or directory Error code: 127

आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

जाके बल से गिरिवर काँपे,
रोग दोष जाके निकट न झाँके।
अंजनि पुत्र महा बलदायी,
संतन के प्रभु सदा सहायी॥ आरती कीजै हनुमान लला की।

दे बीड़ा रघुनाथ पठाये,
लंका जाय सिया सुधि लाये।
लंका सौ कोटि समुद्र सी खाई,
जात पवनसुत बार न लाई ॥ आरति कीजै हनुमान लला की।

लंका जारि असुर संघारे,
सिया रामजी के काज संवारे।
लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे,
आन संजीवन प्राण उबारे ॥ आरती कीजै हनुमान लला की।

पैठि पाताल तोड़ि यम कारे,
अहिरावन की भुजा उखारे।
बाँये भुजा असुरदल मारे,
दाहिने भुजा संत जन तारे ॥ आरति कीजै हनुमान लला की।

सुर नर मुनि जन आरति उतारे,
जय जय जय हनुमान उचारे।
कंचन थार कपूर लौ छाई,
आरती करती अंजना माई ॥ आरती कीजै हनुमान लला की।

जो हनुमान जी की आरति गावे,
बसि वैकुण्ठ परम पद पावे।
आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

सम्बंधित लिंक

<sidebar>

  • सुस्वागतम्
    • mainpage|मुखपृष्ठ
    • ब्लॉग-चिट्ठा-चौपाल|ब्लॉग-चौपाल
      विशेष:Contact|संपर्क
    • समस्त श्रेणियाँ|समस्त श्रेणियाँ
  • SEARCH
  • LANGUAGES

__NORICHEDITOR__

  • हनुमान सम्बंधित लेख
    • हनुमान|हनुमान
    • हनुमान जी की आरती|आरती
    • हनुमान चालीसा|चालीसा
    • हनुमान बजरंग बाण|बजरंग बाण
    • हनुमान जयन्ती|हनुमान जयन्ती
    • राम|राम
    • लक्ष्मण|लक्ष्मण
    • सीता|सीता
    • रामायण|रामायण
    • सुग्रीव|सुग्रीव
    • अंगद|अंगद
    • लंका|लंका
    • शिव के अवतार|शिव के अवतार

</sidebar>