आत्मज श्री धूताजी।
परखम, मथुरा।
व्यक्तिगत सत्याग्रह आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1941 में 1 दिन की कैद एवं 50 रुपये जुर्माने की सजा मिली।