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०८:३६, ९ नवम्बर २०१० के समय का अवतरण
विवरण | चैतन्य महाप्रभु मन्दिर, गोवर्धन, मथुरा Chetanya Mahaprabhu Temple, Govardhan, Mathura |
दिनांक | वर्ष - 2010 |
प्रयोग अनुमति | © brajdiscovery.org |
अन्य विवरण | चैतन्य महाप्रभु भक्तिकाल के प्रमुख कवियों में से एक हैं। इन्होंने वैष्णवों के गौड़ीय संप्रदाय की आधारशिला रखी । भजन गायकी की एक नयी शैली को जन्म दिया तथा राजनीतिक अस्थिरता के दिनों में हिन्दू मुस्लिम एकता की सद्भावना को बल दिया, जाति-पांत, ऊंच-नीच की भावना को दूर करने की शिक्षा दी तथा विलुप्त वृन्दावन को फिर से बसाया और अपने जीवन का अंतिम भाग वहीं व्यतीत किया । |
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दिनांक/समय | अंगूठाकार प्रारूप | आकार | प्रयोक्ता | टिप्पणी | |
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वर्तमान | ११:५१, ६ मार्च २०१० | २,७९६ × २,३०४ (२.६ MB) | Gaurav (चर्चा | योगदान) |
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