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दुर्बुद्धि दुर्योधन का युद्ध में हित चाहने वाले जो-जो ये राजा लोग इस सेना में आये हैं, इन युद्ध करने वालों को मैं देखूँगा ।।23।।
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I shall scan the well- wishers in this war of evil-minded Duryodhana, whoever have assembled on this side and are ready for the fight. (23)
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यहाँ संस्कृत शब्दों के अर्थ डालें
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दुर्बुद्वे: = दुर्बद्वि; धार्तराष्ट्रस्य = दुर्योधन का; युद्वे = युद्व में; प्रियचिकीर्षव: = कल्याण चाहने वाले; ये = जो जो; एते = ये राजालोग; अत्र =इस सेना में; समागता: = आये हैं; (तान्) = उन; योत्स्यमानान् = युद्व करने वालों को; अहम् = मैं; अवेक्षे =देखूँगा
 
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०६:३६, ८ अक्टूबर २००९ का अवतरण


गीता अध्याय-X श्लोक-X / Gita Chapter-X Verse-X

प्रसंग-


अर्जुन के इस प्रकार कहने पर भगवान् ने क्या किया ? अब दो श्लोकों में संजय उसका वर्णन करते हैं-


योत्स्यमानानवेक्षेऽहं य एतेडत्र समागता: ।
धार्तराष्द्रस्य दुर्बुद्धेर्युद्धे प्रियचिकीर्षव: ।।23।।



दुर्बुद्धि दुर्योधन का युद्ध में हित चाहने वाले जो-जो ये राजा लोग इस सेना में आये हैं, इन युद्ध करने वालों को मैं देखूँगा ।।23।।

I shall scan the well- wishers in this war of evil-minded Duryodhana, whoever have assembled on this side and are ready for the fight. (23)


दुर्बुद्वे: = दुर्बद्वि; धार्तराष्ट्रस्य = दुर्योधन का; युद्वे = युद्व में; प्रियचिकीर्षव: = कल्याण चाहने वाले; ये = जो जो; एते = ये राजालोग; अत्र =इस सेना में; समागता: = आये हैं; (तान्) = उन; योत्स्यमानान् = युद्व करने वालों को; अहम् = मैं; अवेक्षे =देखूँगा


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अध्याय एक श्लोक संख्या
Verses- Chapter-1

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