"ध्वज नवमी" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
छो (ध्वजनवमी का नाम बदलकर ध्वज नवमी कर दिया गया है) |
छो (1 अवतरण) |
(कोई अंतर नहीं)
|
१३:३२, २१ सितम्बर २०१० के समय का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- पौष शुक्ल पक्ष की नवमी को यह व्रत होता है।
- इस तिथि को शम्बरी (शाबरी?) कहा जाता है।
- कुमारी एवं सिंहवाहिनी चण्डिका की पूजा झण्डों, मालतीपुष्पों एवं अन्य उपचारों की जाती है तथा पशुओं की बलि दी जाती है।
- राजा को दूवी के मन्दिर में झण्डा फहराना चाहिए।
- कुमारियों को खाना खिलाना चाहिए तथा उपवास करना चाहिए या एकभक्त रहना चाहिए।[१]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हेमाद्रि (व्रत0 1, 891-894, भविष्योत्तरपुराण से उद्धरण)।
अन्य संबंधित लिंक
|