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पौराणिक 16 [[महाजनपद|महाजनपदों]] में से एक । वर्तमान के बिहार के मुंगेर और भागलपुर जिले । इनकी राजधानी [[चंपा]] थी । [[महाभारत]] ग्रन्थ में प्रसंग है कि [[हस्तिनापुर]] में [[कौरव]] राजकुमारो के युध्द कौशल के प्रदर्शन हेतु आचार्य [[द्रोण]] ने एक प्रतियोगिता का आयोजन किया । [[अर्जुन]] इस प्रतियोगिता में सर्वोच्च प्रतिभाशाली धनुर्धर के रुप में उभरा । [[कर्ण]] ने इस प्रतियोगिता में अर्जुन को द्वन्ध युध्द के लिए चुनौती दी । किन्तु [[कृपाचार्य]] ने यह कहकर ठुकरा दिया कि कर्ण कोई राजकुमार नहीं है । इसलिए इस प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकता । दुर्योधन ने कर्ण को अंग देश का राजा घोषित कर दिया । | पौराणिक 16 [[महाजनपद|महाजनपदों]] में से एक । वर्तमान के बिहार के मुंगेर और भागलपुर जिले । इनकी राजधानी [[चंपा]] थी । [[महाभारत]] ग्रन्थ में प्रसंग है कि [[हस्तिनापुर]] में [[कौरव]] राजकुमारो के युध्द कौशल के प्रदर्शन हेतु आचार्य [[द्रोण]] ने एक प्रतियोगिता का आयोजन किया । [[अर्जुन]] इस प्रतियोगिता में सर्वोच्च प्रतिभाशाली धनुर्धर के रुप में उभरा । [[कर्ण]] ने इस प्रतियोगिता में अर्जुन को द्वन्ध युध्द के लिए चुनौती दी । किन्तु [[कृपाचार्य]] ने यह कहकर ठुकरा दिया कि कर्ण कोई राजकुमार नहीं है । इसलिए इस प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकता । दुर्योधन ने कर्ण को अंग देश का राजा घोषित कर दिया । |
१३:५१, १५ अगस्त २००९ का अवतरण
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अंग / Anga
पौराणिक 16 महाजनपदों में से एक । वर्तमान के बिहार के मुंगेर और भागलपुर जिले । इनकी राजधानी चंपा थी । महाभारत ग्रन्थ में प्रसंग है कि हस्तिनापुर में कौरव राजकुमारो के युध्द कौशल के प्रदर्शन हेतु आचार्य द्रोण ने एक प्रतियोगिता का आयोजन किया । अर्जुन इस प्रतियोगिता में सर्वोच्च प्रतिभाशाली धनुर्धर के रुप में उभरा । कर्ण ने इस प्रतियोगिता में अर्जुन को द्वन्ध युध्द के लिए चुनौती दी । किन्तु कृपाचार्य ने यह कहकर ठुकरा दिया कि कर्ण कोई राजकुमार नहीं है । इसलिए इस प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकता । दुर्योधन ने कर्ण को अंग देश का राजा घोषित कर दिया ।