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1. ये [[मथुरा]] के राजा आहुक और रानी काश्या के पुत्र थे। उग्रसेन के नौ पुत्र और पांच पुत्रियां हुई पुत्रों में [[कंस]] सबसे बड़ा था। उसका विवाह [[जरासंध]] की पुत्रियों के साथ हुआ था। कंस ने अपने ससुर की सहायता से अपने पिता उग्रसेन को बंदी बना लिया और स्वयं मथुरा का राजा बन बैठा। जब श्री[[कृष्ण]] के हाथों कंस मारा गया तो उन्होंने मथुरा की राजगद्दी पुन: उग्रसेन को सौंप दी। | 1. ये [[मथुरा]] के राजा आहुक और रानी काश्या के पुत्र थे। उग्रसेन के नौ पुत्र और पांच पुत्रियां हुई पुत्रों में [[कंस]] सबसे बड़ा था। उसका विवाह [[जरासंध]] की पुत्रियों के साथ हुआ था। कंस ने अपने ससुर की सहायता से अपने पिता उग्रसेन को बंदी बना लिया और स्वयं मथुरा का राजा बन बैठा। जब श्री[[कृष्ण]] के हाथों कंस मारा गया तो उन्होंने मथुरा की राजगद्दी पुन: उग्रसेन को सौंप दी। | ||
०६:०२, १६ सितम्बर २००९ का अवतरण
उग्रसेन / Ugrasain / Ugrasen
1. ये मथुरा के राजा आहुक और रानी काश्या के पुत्र थे। उग्रसेन के नौ पुत्र और पांच पुत्रियां हुई पुत्रों में कंस सबसे बड़ा था। उसका विवाह जरासंध की पुत्रियों के साथ हुआ था। कंस ने अपने ससुर की सहायता से अपने पिता उग्रसेन को बंदी बना लिया और स्वयं मथुरा का राजा बन बैठा। जब श्रीकृष्ण के हाथों कंस मारा गया तो उन्होंने मथुरा की राजगद्दी पुन: उग्रसेन को सौंप दी।
2. नंदवंश का प्रथम सम्राट जिसने पांचालों, शूरसेनों, काशी जनपद , कलिंग, चेदि आदि को परास्त करके अपना साम्राज्य स्थापित किया था। इसकी ख्याति सुनकर ही सिंकदर ने मगध पर आक्रमण करने का साहस नहीं किया।