आत्मज श्री रामचन्द्र। मीरपुर, मथुरा।
व्यक्तिगत सत्याग्रह आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1941 में 1वर्ष के कारावास का दण्ड और 10 रुपये जुर्माना हुआ।