"ऋद्धि सिद्धि" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
('{{menu}} ==ऋद्धि सिद्धि / Riddhi Siddhi== ऋद्धि सिद्धि गणेश जी ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
|||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
{{menu}} | {{menu}} | ||
==ऋद्धि सिद्धि / Riddhi Siddhi== | ==ऋद्धि सिद्धि / Riddhi Siddhi== | ||
− | ऋद्धि सिद्धि | + | ऋद्धि सिद्धि [[गणेश|गणेश जी]] की पत्नियाँ हैं। गणेश की पूजा यदि विधिवत की जाए, तो इनकी पतिव्रता पत्नियां ऋद्धि-सिद्धि भी प्रसन्न होकर घर-परिवार में सुख शांति और संतान को निर्मल विद्या-बुद्धि देती है। प्रजापति विश्वकर्मा की सिद्धि-ऋद्धि नामक दो कन्याएँ हैं जो गणेश जी की पत्नियाँ हैं। सिद्धि से 'क्षेम' और ऋद्धि से 'लाभ' नाम के शोभासम्पन्न दो पुत्र हुए। |
==पौराणिक उल्लेख== | ==पौराणिक उल्लेख== | ||
*शास्त्रों के मुताबिक भगवान श्री गणेश की दो पत्नियां ऋद्धि-सिद्धि व पुत्र लाभ व क्षेम बताए गए हैं। जिनको लोक पंरपराओं में '''शुभ-लाभ''' भी कहा जाता है। | *शास्त्रों के मुताबिक भगवान श्री गणेश की दो पत्नियां ऋद्धि-सिद्धि व पुत्र लाभ व क्षेम बताए गए हैं। जिनको लोक पंरपराओं में '''शुभ-लाभ''' भी कहा जाता है। | ||
पंक्ति २६: | पंक्ति २६: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लिंक== | ==संबंधित लिंक== | ||
− | {{हिन्दू देवी देवता और अवतार}} | + | {{हिन्दू देवी देवता और अवतार}}{{शिव2}}{{शिव}} |
− | {{शिव2}} | + | [[Category:पौराणिक]] |
− | {{शिव}} | ||
− | [[Category:पौराणिक | ||
[[Category:हिन्दू भगवान अवतार]] | [[Category:हिन्दू भगवान अवतार]] | ||
[[Category:हिन्दू_देवी-देवता]] | [[Category:हिन्दू_देवी-देवता]] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
१३:०३, २९ सितम्बर २०१२ का अवतरण
ऋद्धि सिद्धि / Riddhi Siddhi
ऋद्धि सिद्धि गणेश जी की पत्नियाँ हैं। गणेश की पूजा यदि विधिवत की जाए, तो इनकी पतिव्रता पत्नियां ऋद्धि-सिद्धि भी प्रसन्न होकर घर-परिवार में सुख शांति और संतान को निर्मल विद्या-बुद्धि देती है। प्रजापति विश्वकर्मा की सिद्धि-ऋद्धि नामक दो कन्याएँ हैं जो गणेश जी की पत्नियाँ हैं। सिद्धि से 'क्षेम' और ऋद्धि से 'लाभ' नाम के शोभासम्पन्न दो पुत्र हुए।
पौराणिक उल्लेख
- शास्त्रों के मुताबिक भगवान श्री गणेश की दो पत्नियां ऋद्धि-सिद्धि व पुत्र लाभ व क्षेम बताए गए हैं। जिनको लोक पंरपराओं में शुभ-लाभ भी कहा जाता है।
- जहां भगवान गणेश विघ्नहर्ता हैं तो उनकी पत्नियां ऋद्धि-सिद्धि यशस्वी, वैभवशाली व प्रतिष्ठित बनाने वाली होती है।
- वहीं शुभ-लाभ हर सुख-सौभाग्य देने के साथ उसे स्थायी और सुरक्षित रखते हैं।
- शास्त्रों में ऐसे ही सुख-सौभाग्य की चाहत पूरी करने के लिए बुधवार व चतुर्थी को गणेश पूजन में श्री गणेश के साथ ऋद्धि-सिद्धि व लाभ-क्षेम का विशेष मंत्रों से स्मरण व पूजा बहुत ही शुभ माना गया है।
- श्री गणेश सहित पांच विशेष मंत्र व पूजा की सरल विधि -
- बुधवार को स्नान के बाद ऋद्धि-सिद्धि सहित भगवान गणेश की मूर्ति को जल स्नान के बाद उनके आस-पास लाभ-क्षेम स्वरूप दो स्वस्तिक बनाएं।
- श्री गणेश व परिवार की केसरिया चंदन, अक्षत, दूर्वा अर्पित कर पूजा करें। इसके बाद नीचे लिखे अलग-अलग मंत्र बोलकर श्री गणेश व उनके परिवार को फूल चढ़ाकर शुभ व मंगल कामनाएं करें -
- श्री गणेश –
ॐ गं गणपतये नम:।
- ऋद्धि –
ॐ हेमवर्णायै ऋद्धये नम:।
- सिद्धि –
ॐ सर्वज्ञानभूषितायै नम:।
- लाभ –
ॐ सौभाग्य प्रदाय धन-धान्ययुक्ताय लाभाय नम:।
- शुभ –
ॐ पूर्णाय पूर्णमदाय शुभाय नम:।
- पूजा व मंत्र स्मरण के बाद मोदक का भोग लगाएं। इसके बाद धूप व घी के दीप जलाकर गणेश आरती करें, प्रसाद बांटे व ग्रहण करें।[१]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ इन 5 सरल मंत्रों से करें गणेश पूजा..खूब होगा शुभ व लाभ (हिंदी)। अभिगमन तिथि: 20 सितम्बर, 2012।
संबंधित लिंक
|
|
<sidebar>
- सुस्वागतम्
- mainpage|मुखपृष्ठ
- ब्लॉग-चिट्ठा-चौपाल|ब्लॉग-चौपाल
- विशेष:Contact|संपर्क
- समस्त श्रेणियाँ|समस्त श्रेणियाँ
- SEARCH
- LANGUAGES
__NORICHEDITOR__
- शिव सम्बंधित लेख
- शिव|शिव
- महादेव|महादेव
- शिव पुराण|शिव पुराण
- शिव जी की आरती|शिव जी की आरती
- शिव चौदस|शिवरात्रि
- शिवलिंग|शिवलिंग
- शैव मत|शैव मत
- हिमालय|हिमालय
- वाराणसी|काशी
- शिव ताल|शिव ताल
- शिव अर्जुन युद्ध|शिव अर्जुन युद्ध
- सती शिव की कथा|सती शिव की कथा
- पार्वती|पार्वती
- सती|सती
- गणेश|गणेश
- कार्तिकेय|कार्तिकेय
- दक्ष|दक्ष
- शिव के अवतार|शिव के अवतार
</sidebar>