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१०:४९, २९ सितम्बर २००९ का अवतरण
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ऋषितीर्थ
दक्षिणे ध्रुवतीर्थस्य ऋषितीर्थं प्रकीर्तितम ।
तत्र स्नातो नरो देवि! मम लोक महीयते ।।
यहाँ बद्रीधाम वाले नर–नारायण ऋषि भगवान् श्री कृष्ण की आराधना में तत्पर रहते हैं । यह ध्रुव तीर्थ के दक्षिण में स्थित हैं । यहाँ स्नान करने पर मनुष्य भवगत् लोक को प्राप्त होता है ।