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ख़िलजी वंश या ख़लजी वंश मध्यकालीन भारत का एक राजवंश था । इसने दिल्ली की सत्ता पर 1290-1320 ईस्वी तक राज किया । इसके कुल तीन शासक हुए थे - | ख़िलजी वंश या ख़लजी वंश मध्यकालीन भारत का एक राजवंश था । इसने दिल्ली की सत्ता पर 1290-1320 ईस्वी तक राज किया । इसके कुल तीन शासक हुए थे - | ||
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अलाउद्दीन ख़िलजी ने अपने साम्राज्य को दक्षिण की दिशा में बढ़ाया । उसका साम्राज्य कावेरी नदी के दक्षिण तक फैल गया था । उसके शासनकाल में मंगोल आक्रमण भी हुए थे पर उसने मंगोलों की अपेक्षाकृत कमजोर सेना का डटकर सामना किया । इसके बाद [[तुगलक वंश]] का शासन आया । | अलाउद्दीन ख़िलजी ने अपने साम्राज्य को दक्षिण की दिशा में बढ़ाया । उसका साम्राज्य कावेरी नदी के दक्षिण तक फैल गया था । उसके शासनकाल में मंगोल आक्रमण भी हुए थे पर उसने मंगोलों की अपेक्षाकृत कमजोर सेना का डटकर सामना किया । इसके बाद [[तुगलक वंश]] का शासन आया । |
०८:२२, ८ अगस्त २००९ का अवतरण
ख़िलजी वंश / Khilji vansh
ख़िलजी वंश या ख़लजी वंश मध्यकालीन भारत का एक राजवंश था । इसने दिल्ली की सत्ता पर 1290-1320 ईस्वी तक राज किया । इसके कुल तीन शासक हुए थे -
- जलालुद्दीन ख़िलजी
- अल्लाहुद्दीन या अलाउद्दीन ख़िलजी
- मुबारक़ ख़िलजी
अलाउद्दीन ख़िलजी ने अपने साम्राज्य को दक्षिण की दिशा में बढ़ाया । उसका साम्राज्य कावेरी नदी के दक्षिण तक फैल गया था । उसके शासनकाल में मंगोल आक्रमण भी हुए थे पर उसने मंगोलों की अपेक्षाकृत कमजोर सेना का डटकर सामना किया । इसके बाद तुगलक वंश का शासन आया ।