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गयातीर्थ भी ब्रजमण्डल के इस स्थान पर रहकर [[कृष्ण]] की आराधना करते हैं। इसमें अगस्त कुण्ड भी एक साथ मिले हुए हैं। गया कुण्ड के दक्षिणी घाट का नाम अगस्त घाट है। यहाँ [[आश्विन मास|आश्विन माह]] के कृष्ण पक्ष में स्नान, तर्पण और पिण्डदान आदि प्रशस्त हैं।
 
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गया कुण्ड / Gaya Kund

गयातीर्थ भी ब्रजमण्डल के इस स्थान पर रहकर कृष्ण की आराधना करते हैं। इसमें अगस्त कुण्ड भी एक साथ मिले हुए हैं। गया कुण्ड के दक्षिणी घाट का नाम अगस्त घाट है। यहाँ आश्विन माह के कृष्ण पक्ष में स्नान, तर्पण और पिण्डदान आदि प्रशस्त हैं।
साँचा:कुण्ड