"गीता 11:44" के अवतरणों में अंतर
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'''तस्मात्प्रणम्य प्रणिधाय कायं'''<br/> | '''तस्मात्प्रणम्य प्रणिधाय कायं'''<br/> | ||
'''प्रसादये त्वामह्रमीशमीड्यम् ।'''<br/> | '''प्रसादये त्वामह्रमीशमीड्यम् ।'''<br/> | ||
− | '''पितेव पुत्रस्य सखेव सख्यु:''<br/> | + | '''पितेव पुत्रस्य सखेव सख्यु:'''<br/> |
'''प्रिय: प्रियायार्हसि देव सोढुम् ।।44।।''' | '''प्रिय: प्रियायार्हसि देव सोढुम् ।।44।।''' | ||
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०६:३९, १३ अक्टूबर २००९ का अवतरण
गीता अध्याय-11 श्लोक-44 / Gita Chapter-11 Verse-44
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अध्याय ग्यारह श्लोक संख्या Verses- Chapter-11 |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10, 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26, 27 | 28 | 29 | 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | 37 | 38 | 39 | 40 | 41, 42 | 43 | 44 | 45 | 46 | 47 | 48 | 49 | 50 | 51 | 52 | 53 | 54 | 55 |
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