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तस्मिन्स्नातो नरो देवि ! मम लोके महीयते ।।<br />
 
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यहाँ स्नान करने पर संसार के आवागमन से मुक्त होकर भगवत् लोक की प्राप्ति होती हैं ।
 
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१२:२८, ४ अक्टूबर २००९ का अवतरण


गुह्म तीर्थ / Guhya Tirth

अस्ति चान्यतरं गुह्मं सर्वसंसारमोक्षणम् ।
तस्मिन्स्नातो नरो देवि ! मम लोके महीयते ।।
यहाँ स्नान करने पर संसार के आवागमन से मुक्त होकर भगवत् लोक की प्राप्ति होती हैं ।
साँचा:यमुना के घाट