घूरेलाल स्वतंत्रता सेनानी
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आत्मज श्री लक्ष्मन प्रसाद।
इरौली जुनारदार, मथुरा।
नमक सत्याग्रह व विदेशी वस्तु बहिष्कार आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1930 में 6 माह के कारावास का दण्ड मिला।
सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1932 में 6 मास के कारावास का दण्ड और 30 रुपये जुर्माने की सजा मिली।