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१०:४९, ९ नवम्बर २०१० के समय का अवतरण
विवरण | गोपी नाथ जी मन्दिर, मथुरा Gopi Nath Temple, Vrindavan |
दिनांक | वर्ष - 2010 |
प्रयोग अनुमति | © brajdiscovery.org |
अन्य विवरण | इस शृंखला में यह कुछ पहले का मन्दिर है। इसका र्निर्माण कछवाहा ठाकुरों की शेखावत शाखा के संस्थापक के पौत्र रायसिल ने कराया बताते हैं। अफ़ग़ान आक्रमण को विफल करने में उसने इतनी महानता और विशेषता के साथ काम किया था कि अकबर ने उसे एक जागीर के साथ 1250 घुड़सवारों का मनसबदार बना दिया था। |
फ़ाइल का इतिहास
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दिनांक/समय | अंगूठाकार प्रारूप | आकार | प्रयोक्ता | टिप्पणी | |
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वर्तमान | ०७:१३, २५ जून २०१० | १,०२४ × ७६८ (३०६ KB) | फ़ौज़िया ख़ान (चर्चा | योगदान) |
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