"चिन्तामणि शुक्ला स्वतंत्रता सेनानी" के अवतरणों में अंतर

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
छो (Text replace - 'मथुरा' to 'मथुरा')
 
(२ सदस्यों द्वारा किये गये बीच के ३ अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति १: पंक्ति १:
{{Menu}}<br />
+
{{Menu}}
 
[[चित्र:चिन्तामणि शुक्ला.jpg|thumb|चिन्तामणि शुक्ला]]
 
[[चित्र:चिन्तामणि शुक्ला.jpg|thumb|चिन्तामणि शुक्ला]]
 
==श्री चिन्तामणि शुक्ला / Chintamani Shukla==
 
==श्री चिन्तामणि शुक्ला / Chintamani Shukla==
पंक्ति ५: पंक्ति ५:
 
आत्मज श्री गुरुदेव स्वामी।  
 
आत्मज श्री गुरुदेव स्वामी।  
  
मथुरा।
+
[[मथुरा]]।
  
 
नमक सत्याग्रह व विदेशी वस्तु बहिष्कार आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1930 में 6 माह के कारावास का दण्ड मिला।  
 
नमक सत्याग्रह व विदेशी वस्तु बहिष्कार आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1930 में 6 माह के कारावास का दण्ड मिला।  
पंक्ति १३: पंक्ति १३:
 
1942 में बुलन्दशहर से 6 मास का जेल दण्ड मिला।  
 
1942 में बुलन्दशहर से 6 मास का जेल दण्ड मिला।  
  
आप मथुरा शहर एवं जिला कांग्रेस के चुनाव अधिकारी तथा सोशलिस्ट फोरम के अध्यक्ष थे।
+
आप [[मथुरा]] शहर एवं ज़िला कांग्रेस के चुनाव अधिकारी तथा सोशलिस्ट फोरम के अध्यक्ष थे।
  
 
==विडियो क्लिप==
 
==विडियो क्लिप==
पंक्ति १९: पंक्ति १९:
 
{{#widget:YouTube|id=DZ_VxB1Pi4s}}
 
{{#widget:YouTube|id=DZ_VxB1Pi4s}}
 
[[en:Chintamani Shukla Freedom Fighter]]
 
[[en:Chintamani Shukla Freedom Fighter]]
[[category:स्वतन्त्रता संग्राम]]
+
[[Category:स्वतन्त्रता संग्राम]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

१३:२४, १९ मई २०१० के समय का अवतरण

थंबनेल बनाने में त्रुटि हुई है: /bin/bash: /usr/local/bin/convert: No such file or directory Error code: 127
चिन्तामणि शुक्ला

श्री चिन्तामणि शुक्ला / Chintamani Shukla

आत्मज श्री गुरुदेव स्वामी।

मथुरा

नमक सत्याग्रह व विदेशी वस्तु बहिष्कार आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1930 में 6 माह के कारावास का दण्ड मिला।

सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन 1932 में पुनः 6 मास के कारावास का दण्ड मिला।

1942 में बुलन्दशहर से 6 मास का जेल दण्ड मिला।

आप मथुरा शहर एवं ज़िला कांग्रेस के चुनाव अधिकारी तथा सोशलिस्ट फोरम के अध्यक्ष थे।

विडियो क्लिप

मथुरा के स्वतंत्रता सेनानियों की विडियोग्राफ़ी 1986 में, चौधरी दिगम्बर सिंह जी (स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व संसद सदस्य) द्वारा करवाई गयी।