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*ग्राण्ड ट्रंक रोड पर स्थित यह गाँव भी उल्लेखनीय है। | *ग्राण्ड ट्रंक रोड पर स्थित यह गाँव भी उल्लेखनीय है। | ||
+ | *यह स्थान [[परखम]] से एक मील पश्चिम तथा [[मथुरा]] से चार कोस पश्चिम में मथुरा [[दिल्ली]] मार्ग पर स्थित है। | ||
*सन 1757 में [[ब्रज]] की ओर बढ़ती हुई [[अहमदशाह अब्दाली]] की बर्बर सेना को रोकने के लिए महाराजा [[सूरजमल]] के वीर पुत्र [[जवाहर सिंह]] ने यहाँ सामना किया था। | *सन 1757 में [[ब्रज]] की ओर बढ़ती हुई [[अहमदशाह अब्दाली]] की बर्बर सेना को रोकने के लिए महाराजा [[सूरजमल]] के वीर पुत्र [[जवाहर सिंह]] ने यहाँ सामना किया था। | ||
*इस भयंकर युद्ध में सैकड़ों [[जाट]] वीरों ने वीरगति प्राप्त की थी। | *इस भयंकर युद्ध में सैकड़ों [[जाट]] वीरों ने वीरगति प्राप्त की थी। | ||
*यहाँ [[ब्रह्मा]]जी ने भयभीत होकर अनुताप करते हुए अपने चार मुखों से श्री[[कृष्ण]] की स्तुति की थी। | *यहाँ [[ब्रह्मा]]जी ने भयभीत होकर अनुताप करते हुए अपने चार मुखों से श्री[[कृष्ण]] की स्तुति की थी। | ||
− | *इसलिए इस स्थान का नाम चौमुँहा हुआ। | + | *इसलिए इस स्थान का नाम चौमुँहा हुआ। |
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*चौमुँहा से एक मील दूर अझई नाम गाँव है। | *चौमुँहा से एक मील दूर अझई नाम गाँव है। | ||
*यहाँ प्राचीन ब्रह्माजी का दर्शन है। | *यहाँ प्राचीन ब्रह्माजी का दर्शन है। | ||
− | *यह बहुत ही रमणीय स्थान है चौमुँहा का वर्तमान नाम चौमा (चार मुखोंवाला)है। | + | *यह बहुत ही रमणीय स्थान है चौमुँहा का वर्तमान नाम चौमा (चार मुखोंवाला) है। |
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१५:५८, १२ फ़रवरी २०१० के समय का अवतरण
चौमा / Chauma
- ग्राण्ड ट्रंक रोड पर स्थित यह गाँव भी उल्लेखनीय है।
- यह स्थान परखम से एक मील पश्चिम तथा मथुरा से चार कोस पश्चिम में मथुरा दिल्ली मार्ग पर स्थित है।
- सन 1757 में ब्रज की ओर बढ़ती हुई अहमदशाह अब्दाली की बर्बर सेना को रोकने के लिए महाराजा सूरजमल के वीर पुत्र जवाहर सिंह ने यहाँ सामना किया था।
- इस भयंकर युद्ध में सैकड़ों जाट वीरों ने वीरगति प्राप्त की थी।
- यहाँ ब्रह्माजी ने भयभीत होकर अनुताप करते हुए अपने चार मुखों से श्रीकृष्ण की स्तुति की थी।
- इसलिए इस स्थान का नाम चौमुँहा हुआ।
- चौमुँहा से एक मील दूर अझई नाम गाँव है।
- यहाँ प्राचीन ब्रह्माजी का दर्शन है।
- यह बहुत ही रमणीय स्थान है चौमुँहा का वर्तमान नाम चौमा (चार मुखोंवाला) है।