जनक
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जनक / Janak
- जनक सीता के पिता थे।
- जनक अपने अध्यात्म तथा तत्त्वज्ञान के लिए अत्यन्त प्रसिद्ध हैं।
- जनक के पूर्वज निमि कहें जाते हैं।
- निमि ने एक बृहत यज्ञ का आयोजन करके वसिष्ठ को पौरोहित्य के हेतु आमन्त्रित किया,किन्तु वसिष्ठ उस समय इन्द्र के यज्ञ में संलग्न थे। अत: वे असमर्थ रहे।
- निमि ने गौतम आदि ऋषियों की सहायता से यज्ञ आरम्भ करा दिया।
- वसिष्ठ ने उन्हें शाप दे दिया। किन्तु प्रत्युत्तर में निमि ने भी शाप दिया।
- परिणामत: दोनों ही भस्म हो गये।
- ऋषियों ने एक विशेष उपचार से यज्ञसमाप्ति तक निमि का शरीर सुरक्षित रखा।
- निमि के कोई सन्तान नहीं थी। अतएव ऋषियों ने अरणि से उनका शरीर मन्थन किया, जिससे इनके एक पुत्र उत्पन्न हुआ।
- मृतदेह से उत्पन्न होने के कारण यही पुत्र जनक कहलाया।
- शरीर मन्थन से उत्पन्न होने के कारण जनक को मिथि भी कहा जाता है।
- इसी आधार पर इन्होंने मिथिलापुरी बसायी।
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